अमेरिका में कट्टरपंथी कार्यकर्ता और ट्रंप समर्थक चार्ली किर्क की हत्या के बाद देशभर में माहौल गर्म है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद एरिज़ोना पहुंचे, जहां किर्क का अंतिम संस्कार स्टेट फार्म स्टेडियम में आयोजित हो रहा है. रवाना होने से पहले ट्रंप ने प्रेस से कहा कि यह केवल शोक का अवसर नहीं बल्कि healing का समय है. उन्होंने किर्क को 'महान व्यक्ति' बताते हुए कहा कि ऐसी घटना पर यकीन करना मुश्किल है.
मैरीलैंड से रवाना होते समय ट्रंप ने संवाददाताओं से संक्षिप्त बातचीत की. उन्होंने कहा, 'हम इस मौके को healing और एकजुटता का समय मानना चाहते हैं. यह कठिन दिन होगा, लेकिन दिलचस्प भी. किर्क का जीवन एक प्रेरणा है और हमें इसे मनाना चाहिए.' ट्रंप ने स्वीकार किया कि किर्क की हत्या उनके लिए और देश के लिए गहरा झटका है.
31 वर्षीय चार्ली किर्क के अंतिम संस्कार में हजारों लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है. किर्क की टर्निंग प्वाइंट संस्था का मुख्यालय भी एरिज़ोना में है, इसी वजह से वहां श्रद्धांजलि सभा रखी गई. उपराष्ट्रपति जेडी वांस, वरिष्ठ व्हाइट हाउस अधिकारी और कई युवा कंजरवेटिव इस मौके पर शामिल हो रहे हैं. ट्रंप ने खुद भी माना कि 2024 की चुनावी जीत में किर्क की भूमिका बेहद अहम थी.
10 सितंबर को यूटा के एक कॉलेज कैंपस में हुए कार्यक्रम के दौरान किर्क की हत्या कर दी गई. इस घटना ने पूरे अमेरिका में राजनीतिक हिंसा, शालीनता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर नई बहस छेड़ दी है. गहरे राजनीतिक विभाजन के दौर में इस हत्या को लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला माना जा रहा है. कई लोग इसे समाज में बढ़ती असहिष्णुता और कट्टरपंथ का प्रतीक बता रहे हैं.
इस घटना के बाद आलोचकों का आरोप है कि ट्रंप हत्या से उपजे गुस्से का इस्तेमाल अपने विरोधियों की आवाज दबाने के लिए कर सकते हैं. दूसरी ओर, उनके समर्थकों का कहना है कि यह समय एकजुटता और healing का है. इस घटना ने आम अमेरिकियों में भी डर पैदा किया है कि राजनीतिक मतभेद अब हिंसा में बदलते जा रहे हैं. हालांकि फिलहाल ट्रंप ने केवल संवेदनाएं व्यक्त की हैं और कहा है कि वह इसे 'किर्क के जीवन का उत्सव' मानते हैं.