Ahmadi Community Of Pakistan: पाकिस्तान में शुक्रवार के पंजाब प्रांत में बने अहमदी समुदाय के पूजा स्थल को ध्वस्त कर दिया गया. 67 साल पुराने पूजा स्थल की मीनारों को ध्वस्त कर पुलिस उसका मलबा भी साथ ले गई. इस खबर की जानकारी जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान के एक अधिकारी ने दी है.
जमात-ए-अहमदिया पाकिस्तान के अधिकारी अमीर महमूद ने न्यूज एजेंसी PTI से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान में अहमदी पूजा स्थलों का अपमान हो रहा है. शुक्रवार को लाहौर से करीब 130 किलोमीटर दूर फैसलाबाद के एक अहमदी पूजा स्थल की मीनारों को ध्वस्त कर दिया गया. इस साल 42 बार अहमदी पूजा स्थलों को पाकिस्तान में अपवित्र किया गया है. इनमें से ज्यादातर पूजा स्थल पंजाब प्रांत में हैं.
VIDEO | Pakistani authorities demolished the minarets of a 67-year-old worship place of the minority Ahmadi community in Punjab province.
— Press Trust of India (@PTI_News) December 22, 2023
Police personnel were seen demolishing the minarets of the Ahmadi worship place at the Samundri, Faisalabad, some 130 km from Lahore. pic.twitter.com/LB0Up2pqlF
अहमदी समुदाय के जिस पूजा स्थल की मीनारों को तोड़ा गया उसका निर्माण 1956 में किया गया था. पिछले कई सालों से यह पूजा स्थल कट्टरपंथियों के निशाने पर था.
अहमदिया समुदाय के लोग खुद को मुस्लिम मानते हैं लेकिन वर्ष 1974 में पाकिस्तान की संसद ने इस समुदाय के लोगों को गैर मुस्लिम घोषित कर दिया था. उन्हें न सिर्फ गैर मुस्लिम घोषित किया गया अपितु इस्लाम के प्रथाओं का अभ्यास करने पर भी रोक लगा दी गई थी.
अहमदिया समुदाय के पूजा स्थल को लेकर लाहौर हाई कोर्ट ने एक फैसले में कहा था कि 1984 में जारी एक विशेष अध्यादेश से पहले बनाए गए सभी अहमदिया समुदाय के पूजा स्थल वैध हैं. इसलिए इन पूजा स्थलों को न तो ध्वस्त किया जाना चाहिए और न ही कोई बदलाव किया जाना चाहिए.
तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने अहमदिया समुदाय के पूजा स्थलों पर सबसे ज्यादा बार हमला किया है. इसके साथ ही पुलिस भी धार्मिक चरमपंथियों के दबाव में आकर कई पूजा स्थलों की मीनारों और मेहराबों को ध्वस्त कर उनपर लिखे पवित्र लेखों को मिटाया है.