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India Daily

'50 दिन में शांति नहीं तो...' ट्रंप की चेतावनी के बीच रूस-यूक्रेन वार्ता फिर शुरू, पुतिन पर बढ़ा दबाव

रूस और यूक्रेन के बीच सात हफ्तों बाद फिर से शांति वार्ता शुरू हुई है. इस्तांबुल में हुई इस बातचीत का माहौल तब गर्माया जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को 50 दिनों में समझौते की चेतावनी दी, वरना सख्त प्रतिबंध लगाने की धमकी दी.

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Edited By: Princy Sharma
Peace Talk Russia Ukraine
Courtesy: Pinterest

Peace Talk Russia Ukraine: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले सात हफ्तों में पहली बार शांति वार्ता (peace talks) की शुरुआत हुई है. यह अहम बातचीत बुधवार को तुर्की के इस्तांबुल शहर में हुई. दोनों देशों के वार्ताकार एक बार फिर आमने-सामने बैठे हैं, लेकिन इस बार माहौल कुछ अलग है वजह हैं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जिन्होंने रूस पर सख्त चेतावनी दे डाली है.

डोनाल्ड ट्रंप ने खुलकर कहा है कि अगर आने वाले 50 दिनों के भीतर रूस और यूक्रेन के बीच कोई शांति समझौता नहीं हुआ, तो रूस और उसके साथ व्यापार करने वाले देशों पर नए और बेहद कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे. ट्रंप की इस चेतावनी से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मच गई है और रूस पर दबाव तेजी से बढ़ता जा रहा है. 

क्या चाहता है यूक्रेन?

यूक्रेन चाहता है कि यह वार्ता दोनों देशों के राष्ट्रपतियों वोलोदिमीर जेलेंस्की और व्लादिमीर पुतिन के बीच सीधी बातचीत का रास्ता खोले. माना जा रहा है कि अगर यह शिखर वार्ता होती है, तो यह युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है. हालांकि, क्रेमलिन ने अभी तक इस वार्ता से किसी बड़े नतीजे की उम्मीद नहीं जताई है.

ट्रंप और जेलेंस्की के रिश्ते

इससे पहले 16 मई और 2 जून को हुई बैठकों में दोनों देशों ने युद्धबंदियों और मृत सैनिकों के शवों का आदान-प्रदान किया था. हालांकि, वे बैठकें बहुत छोटी थीं और शांति को लेकर कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया था. दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप और जेलेंस्की के रिश्ते, जो पहले तनावपूर्ण थे, अब बेहतर हो रहे हैं. व्हाइट हाउस में हुई बहस के बाद अब दोनों नेताओं के बीच संवाद में गर्मजोशी देखी जा रही है.वहीं, ट्रंप की पुतिन के प्रति नाराजगी लगातार बढ़ती दिख रही है.