पिछले साल एक-दूसरे के क्षेत्र में हवाई हमलों के बाद ईरान और पाकिस्तान के बीच तनाव में कमी के संकेत दिखाई दे रहे हैं. हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने तेहरान का दौरा किया, जहां उन्होंने ईरानी नेतृत्व से मुलाकात की. साथ ही भारत के साथ चल रहे कश्मीर समेत हालिया तनावों पर चर्चा की. शरीफ ने उम्मीद जताई थी कि ईरान इस मुद्दे पर पाकिस्तान का खुला समर्थन करेगा, लेकिन बात बनी नहीं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अयातुल्लाह खामेनेई ने कहा, "हम पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष खत्म होने से खुश हैं और उम्मीद करते हैं कि दोनों देशों के बीच मतभेद सुलझ जाएंगे." वहीं ईरानी मीडिया IRNA ने बताया कि राष्ट्रपति पेज़ेश्कियान ने भारत और पाकिस्तान के बीच एक स्थिर युद्धविराम के लिए ईरान के समर्थन की बात कही और विवादों को सुलझाने, शांति को बढ़ावा देने के लिए बातचीत की अपील की.
We're pleased at the cessation of conflicts between Pakistan and India, and we hope the disputes between the two countries will be resolved.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) May 26, 2025
पाकिस्तान की कश्मीर रणनीति और ईरान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने खामेनेई के साथ मुलाकात में भारत-पाक तनाव का जिक्र किया. पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हवाई हमले किए थे, जिसके बाद दोनों देश युद्ध की कगार पर पहुंच गए थे. वर्तमान में युद्धविराम पर सहमति बनी हुई है.
शरीफ ने ईरान की “सकारात्मक भूमिका” की सराहना करते हुए कहा, “हम अपने पड़ोसी के साथ पानी के मुद्दे पर शांति के लिए बात करने के लिए तैयार हैं. हम व्यापार को बढ़ावा देने और आतंकवाद से निपटने के लिए भी बात करने के लिए तैयार हैं. हम शांति चाहते थे, हम शांति चाहते हैं और हम टेबल पर बातचीत के माध्यम से क्षेत्र में शांति के लिए काम करेंगे और अपने लंबित मुद्दों को हल करेंगे। लेकिन अगर वे शांति के मेरे प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं, तो हम दिखा देंगे कि हम वास्तव में गंभीरता और ईमानदारी से शांति चाहते हैं.”
पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष खत्म होने से ईरान खुश
ईरान की प्रतिक्रिया संयमित रही. खामेनेई ने एक्स पर लिखा, “हम पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष खत्म होने से खुश हैं और उम्मीद करते हैं कि दोनों देशों के बीच मतभेद सुलझ जाएंगे.” ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने भारत और पाकिस्तान के बीच स्थायी युद्धविराम का समर्थन करते हुए बातचीत के जरिए विवाद सुलझाने की वकालत की। आईआरएनए के अनुसार, उन्होंने क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया.