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India Daily

गुपचुप तरीके से परमाणु मिसाइल विकसित कर रहा पाकिस्तान! अमेरिका तक होगी रेंज

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है, अगर पाकिस्तान आईसीबीएम हासिल कर लेता है तो वाशिंगटन के पास इस देश को परमाणु विरोधी मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.

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Edited By: Gyanendra Sharma
Pakistan is secretly developing nuclear missiles
Courtesy: Social Media

पाकिस्तानी गुपचुप तरीके से अपना परमाणु हथियार बढ़ा रहा है. पाकिस्तानी सेना कथित तौर पर एक परमाणु मिसाइल विकसित कर रही है जो महाद्वीपीय अमेरिका तक पहुंच सकती है. अमेरिकी खुफिया सूत्रों का हवाला देते हुए फॉरेन अफेयर्स की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका पाकिस्तान की बढ़ती परमाणु क्षमताओं को लेकर चिंतित है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अगर पाकिस्तान ICBM (इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल) हासिल कर लेता है, तो ये अमेरिका और दुनिया ने लिए खतरनाक साबित हो सकता है. 

रिपोर्ट में रूस और चीन के बीच बढ़ते परमाणु गठबंधन पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है, जो अमेरिका के लिए चिंता का विषय है. हालांकि पाकिस्तान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से भारत को रोकने पर केंद्रित है, जिसे पारंपरिक सैन्य श्रेष्ठता प्राप्त है, लेकिन अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने निष्कर्ष निकाला है कि पाकिस्तानी सेना एक आईसीबीएम विकसित कर रही है जो महाद्वीपीय संयुक्त राज्य अमेरिका तक पहुंच सकती है. 

अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है, अगर पाकिस्तान आईसीबीएम हासिल कर लेता है, तो वाशिंगटन के पास इस देश को परमाणु विरोधी मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा. 

पाकिस्तान और उसके परमाणु कार्यक्रम

  • पाकिस्तान में परमाणु हथियार कार्यक्रम 1970 के दशक की शुरुआत में शुरू हुआ.
  • यह मुख्यतः क्षेत्रीय तनावों से प्रेरित था, विशेषकर 1974 में भारत के प्रथम परमाणु परीक्षण के बाद.
  • वर्ष 1988 में छह परमाणु परीक्षणों के बाद पाकिस्तान आधिकारिक तौर पर परमाणु-सशस्त्र राज्यों की श्रेणी में शामिल हो गया था.
  • पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर, खास तौर पर अमेरिका की ओर से, कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा. हालांकि, पाकिस्तान अपने रुख पर अड़ा रहा
  • इस कार्यक्रम में विभिन्न प्रकार के परमाणु हथियारों को शामिल किया गया है, जिनमें युद्धक्षेत्र में उपयोग के लिए सामरिक विकल्प भी शामिल हैं.
  • पाकिस्तान ने परमाणु अप्रसार संधि (एनपीटी) या व्यापक परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं
  • यह कदम उसकी परमाणु नीति पर राष्ट्रीय संप्रभुता पर जोर देने को प्रतिबिंबित करता है.
  • रिपोर्टों के अनुसार, वर्तमान में देश के पास लगभग 165 परमाणु हथियार होने का अनुमान है.