Saifullah Kasuri Terrorism: भारत द्वारा पाकिस्तान की आतंकवाद से जुड़ी भूमिका के सबूतों को दुनिया के सामने पेश करने के कुछ दिन बाद, पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के दो शीर्ष आतंकवादी ताहिर कासुरी और ताहिर सईद सार्वजनिक रैली में दिखाई दिए. यह रैली पाकिस्तान के पंजाब के कसूर जिले में 'यूम-ए-तकबीर' के मौके पर आयोजित की गई थी. वीडियो में दोनों आतंकवादियों को भारी सुरक्षा के बीच आम भीड़ में देखा जा सकता है. ये वही आतंकी हैं जो 22 अप्रैल को हुई पहलगाम नरसंहार की योजना बनाने में शामिल थे.
पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा का राजनीतिक और आतंकवादी पंख गहराई से जुड़ा हुआ है. इस रैली में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन TTP (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) के भी सदस्य मंच पर मौजूद थे. यह घटना पाकिस्तान की उस खुली नीति को उजागर करती है, जहां आतंकवादियों को न केवल संरक्षण दिया जाता है बल्कि उन्हें सार्वजनिक सम्मान भी मिलता है. भारत की ओर से पाक अधिकृत कश्मीर (PoJK) में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारे गए आतंकवादियों के शव भी पाकिस्तानी झंडे में लिपटे देखे गए थे.
6 से 7 मई की आधी रात को भारत ने पाक में 9 आतंकवादी कैंप को खतम कर दिया और बड़ी संख्या में आतंकवादियों को भी मार गिराया. इस कार्रवाई के बाद भारत-पाक के बीच तीन दिन तक तीव्र संघर्ष हुआ, जिसमें पाकिस्तान के दस एयरबेस नष्ट हो गए. इसके बाद भी पाकिस्तान ने आतंकवादियों को सम्मानित करना जारी रखा.
❗🇵🇰 Lashkar-E-Tayiba Deputy Chief Saifullah Kasuri asserts that India wrongfully implicated him in the Pahalgam attack. He even goes so far as to say that Pakistani online hackers cut down 70% of India's power grid and for more than 20 minutes he spewed venom against India. pic.twitter.com/sm5piPsbHq
— M Geopolitics (@tmgeopolitics) May 29, 2025
हाल ही में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में लश्कर का आतंकी अबू सैफुल्लाह एक हमले में मारा गया, जो भारत में कई बड़े हमलों का मास्टर्माइंड था. उसकी अंतिम यात्रा भी पाकिस्तानी राष्ट्रीय झंडे में लिपटी हुई थी. यह दर्शाता है कि पाकिस्तान किस प्रकार खुले तौर पर आतंकवाद को प्रोत्साहित करता है.