Israel Hamas War: गाजा में पीड़ितों की मदद में जुटी एक रेस्क्यू टीम पर हमले में 7 लोगों की मौत हो गई. इजराइल की ओर से गाजा पर ताबड़तोड़ बमबारी की जा रही थी. इसी दौरान वहां काम कर रही रेस्क्यू टीम हमले की चपेट में आ गई. हमले में रेस्क्यू टीम में शामिल 7 लोग मारे गए. मृतकों में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और भारत समेत अन्यदेशों के लोग शामिल हैं. इजराइल के हमले की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइली सेना के हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा कि युद्ध से जूझ रहे पीड़ितों की मदद कर रहे रेस्क्यूकर्मियों की हत्या बिलकुल उचित नहीं है. जो बाइडेन ने इस हमले के बाद इज़राइल पर सहायता कर्मियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने का आरोप लगाया.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबकि, सोमवार के गाजा में हुए हमले में ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड और भारत के नागरिकों के मारे जाने के बाद इजराइल ने निष्पक्ष जांच का वादा किया. इजरायली राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने मौतों के लिए माफी मांगी. उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजराइल से जांच में तेजी लाने की अपील की. साथ ही कहा कि इसके लिए जवाबदेही भी तय होनी चाहिए और जांच की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाना चाहिए.
जो बाइडेन ने कहा कि हमलों के बीच गाजा में पीड़ितों की मदद करना काफी मुश्किल और जोखिम वाला काम है. बाइडेन ने कहा कि अमेरिका की ओर से कई बार इजराइल से हमास के खिलाफ अपने सैन्य अभियान को खत्म करने की अपील की गई है.
रिपोर्ट के मुताबिक, गाजा में इजराइली हमले में मारे गए रेस्क्यू टीम में शामिल लोगों की पहचान हो गई है. इनमें तीन ब्रिटिश नागरिक, जबकि पोलिश, एक ऑस्ट्रेलियाई, एक फ़िलिस्तीनी, एक अमेरिकी-कनाडाई नागरिक शामिल है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने मंगलवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात की. कॉल पर, उन्होंने गाजा की स्थिति को असहनीय बताया और सहायता कर्मियों की हत्या की पूरी और पारदर्शी जांच की मांग की. डाउनिंग स्ट्रीट के एक बयान के अनुसार, सुनक ने कहा कि इज़राइल को मानवीय सहायता पर प्रतिबंध समाप्त करने और नागरिकों की सुरक्षा करने की आवश्यकता है.
ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ ने भी घटना पर चिंता जताई और इजराइली प्रधानमंत्री से फोन पर बातचीत की. पौलेंड के विदेश मंत्री राडोस्लाव सिकोरस्की ने कहा कि उन्होंने अपने इज़राइली समकक्ष इज़राइल काट्ज़ से स्वतंत्र जांच की मांग की है.
इजराइली हमले में रेस्क्यू टीम के मेंबर्स की मौत और विदेशी नेताओं से फोन पर बात के बाद बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वीकार किया कि IDF के हमले में निर्दोष लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से, पिछले 24 घंटों में हमारी सेना की ओर से गाजा पट्टी में अनजाने में निर्दोष लोगों को मारे जाने का दुखद मामला सामने आया है. ये युद्ध में होता है, हम सरकारों के संपर्क में हैं और हम वो सब कुछ करेंगे ताकि इस तरह की घटना दोहराई न जाए.
रिपोर्ट के मुताबिक, 2 अप्रैल को गाजा के दीर अल-बलाह में वर्ल्ड सेंट्रल किचन (WCK) के कर्मचारी इजरायली हवाई हमले में मारे गए थे. सेलिब्रिटी शेफ जोस एन्ड्रेस की ओर से बनाया गया WCK गाजा में पीड़ितों की मदद कर रही संस्थाओं में से एक है. चार दिन पहले, WCK ने जानकारी दी थी कि उसने गाजा में अब तक 1700 से अधिक फूड ट्रक भेजे हैं.
गाजा में मारे गए रेस्क्यू टीम के मेंबर्स में ऑस्ट्रेलियाई लालज़ावमी फ्रैंककॉम (मूलरूप से भारतीय), पोलैंड के डेमियन सोबोल, फ़िलिस्तीन के सैफेद्दीन इस्साम अयाद अबुताहा, अमेरिकी-कनाडाई जैकब फ़्लिकिंगर, ब्रिटेन के जॉन चैपमैन और जेम्स हेंडरसन, जेम्स किर्बी शामिल हैं.
गाजा में काम करने वाली अलग-अलग रेस्क्यू टीम के अब तक 196 मेंबर्स की मौत हो चुकी है. ये आंकड़ा अमेरिकी सहायता कार्यकर्ता सुरक्षा डेटाबेस ने जारी किया है. 7 अक्टूबर को हमास बंदूकधारियों की ओर से दक्षिणी इज़राइल पर हमला किया गया था. इसके बाद से इजराइल की जवाबी कार्रवाई जारी है. 7 अक्टूबर को हुए हमले में 1200 लोग मारे गए और 253 इजराइलियों को बंधक बना लिया गया. करीब 130 लोग अभी भी हमास के कब्जे में हैं, जबकि 34 को मृत मान लिया गया है. हमास की ओर से बताया गया है कि 7 अक्टूबर के बाद से गाजा में 32,916 से अधिक लोग मारे गए हैं.