Israel-Turkey Tensions: मध्य पूर्व में तनाव एक बार फिर खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. कतर पर इजरायली हमले के बाद अब तुर्की को लेकर दोनों देशों के बीच बयानबाजी तेज हो गई है. इजरायल के कई नेताओं ने तुर्की को अपना सबसे खतरनाक दुश्मन करार दिया है. वहीं, तुर्की की तरफ से भी तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोगन के सीनियर सलाहकार ने कहा है कि जायोनी इजरायल जल्द ही नक्शे से मिट जाएगा. इस तरह की आक्रामक भाषा से दोनों देशों के बीच सीधा युद्ध छिड़ने की आशंका बढ़ गई है.
इजरायल के टिप्पणीकारों ने तुर्की की पूर्वी भूमध्य सागर में मौजूदगी को एक बड़ा खतरा बताया है. उनका कहना है कि सीरिया के पुनर्निर्माण में तुर्की की सक्रिय भूमिका भी इजरायल को परेशान कर रही है. वाशिंगटन में अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के वरिष्ठ फेलो माइकल रुबिन ने चेतावनी दी है कि तुर्की को अब नाटो पर भरोसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि वह इजरायल का अगला निशाना बन सकता है. सोशल मीडिया पर इजरायली शिक्षाविद और राजनीतिक हस्ती मीर मसरी ने पोस्ट में लिखा 'आज कतर, कल तुर्की'.
اليوم قطر وغداً تركيا. إسرائيل تحارب الإرهاب. pic.twitter.com/VYPuCCQ0yj
— Meir Masri | מאיר מסרי (@MeirMasri) September 9, 2025Also Read
- H1B वीजा में बढ़ाए फीस से भारतीयों को मिलेगी राहत? अमेरिकी विदेश मंत्री रूबियो से आज मिलेंगे एस जयशंकर
- PM Netanyahu Statement: 'यह हमारे अस्तित्व को खतरे में...,' फिलिस्तीन की मान्यता से भड़के नेतन्याहू ने दी ये कड़ी चेतावनी
- चीन ने ढूंढा आपदा में अवसर, K वीजा से निकाला अमेरिका के H1B का तोड़, US की तबाही का प्लान किया सेट
तुर्की और इजरायल के बीच तनाव की जड़ें गहरी हैं. अगस्त में तुर्की ने इजरायल के साथ आर्थिक और व्यापारिक संबंध तोड़ दिए थे. इसके बाद से दुश्मनी लगातार बढ़ रही है. अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार अंकारा में इजरायल-विरोधी बयानबाजी को गंभीरता से लिया जा रहा है और इसे क्षेत्रीय प्रभुत्व की साजिश माना जा रहा है. तुर्की में चर्चा चल रही है कि अगर इजरायल हमला करता है तो क्या नाटो आर्टिकल-5 के तहत तुर्की की रक्षा के लिए सामने आएगा.
तनाव का बड़ा कारण सीरिया भी है. इजरायल, सीरिया में संघीय ढांचे और अलग-अलग क्षेत्रों का समर्थन करता है, जबकि तुर्की नई सीरियाई सरकार को खड़ा करने की कोशिश में है. जब तुर्की ने होम्स और हमा में सैन्य ठिकाने बनाने की कोशिश की, तो इजरायल ने बमबारी कर दी. इसके अलावा, भूमध्यसागर में भी दोनों देशों के बीच सीधा टकराव दिख रहा है. इजरायल के ग्रीस और ग्रीक-साइप्रस प्रशासन से गहरे संबंध हैं, जबकि तुर्की इसे अपने समुद्री अधिकारों पर हमला मानता है.
तुर्की के पूर्व नौसैनिक एडमिरल सेम गुर्देनिज ने चेतावनी दी है कि इजरायल की यह रणनीति तुर्की के “ब्लू होमलैंड” सिद्धांत के लिए खतरा है. तुर्की में सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है और किसी भी संभावित इजरायली हमले का जवाब देने की तैयारी शुरू कर दी गई है.