ईरान ने इजरायल के साथ पिछले महीने हुए भीषण युद्ध के बाद बड़ा फैसला लिया. ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने उस कानून को अंतिम मंजूरी दे दी है, जिसे पिछले महीने ईरानी संसद ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के खिलाफ पारित किया था. आईएईए संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था है. ईरानी सरकारी मीडिया के हवाले से ये खबर सामने आई है.
सरकारी टीवी ने कहा कि राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ सहयोग को निलंबित करने वाला कानून पारित किया है, इसका मतलब है कि पिछले महीने ईरान-इज़राइल युद्ध के बाद तैयार किया गया उपाय अब प्रभावी हो गया है.
Iranian President Masoud Pezeshkian signed into law this morning the bill suspending cooperation with the IAEA.
— The Middle Eastern (@TMiddleEastern) July 2, 2025
Below is the letter he sent to the AEOI, the SNSC, and the Ministry of Foreign Affairs:
"In accordance with Article 123 of the Constitution of the Islamic Republic of… pic.twitter.com/4bcD0TFjYn
ईरान ने ये कदम इसलिए उठाया कि क्योंकि अमेरिका ने उसके महत्वपूर्ण परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया गया था. इजरायल से उसके संघर्ष के बीच अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने ईरान के परमाणु प्रतिष्ठानों पर एयर स्ट्राइक की थी.
ईरान के राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद हालांकि अभी यह अभी स्पष्ट नहीं है कि संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी संस्था IAEA के लिए इसका क्या मतलब होगा. आपको बता दें कि वियना स्थित IAEA लंबे समय से ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर निगरानी रखता है. एजेंसी की तरफ से अभी इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.