नई दिल्ली: पाकिस्तान में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की सेहत को लेकर चल रही अफवाहें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. इस बीच उनके सहयोगी और पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि यह अफवाह अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच चल रहे सूचना युद्ध का एक हिस्सा है.
उन्होंने दावा किया कि अफगान तालिबान और पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्टों के बीच ‘tit-for-tat’ का खेल चल रहा है, और इमरान खान पूरी तरह स्वस्थ हैं.
दरअसल, पिछले कुछ दिनों में सोशल मीडिया और अफगान स्रोतों ने दावा किया कि इमरान खान को रावलपिंडी के अडियाला जेल में मार दिया गया. अफवाहों में पाक सेना प्रमुख आसिम मुनिर को साजिशकर्ता बताया गया. फवाद चौधरी ने कहा कि यह अफवाह तालिबान के जवाब में फैलाई गई थी, क्योंकि पाकिस्तान में पहले अफगान तालिबान प्रमुख मुल्ला हिबातुल्लाह की हत्या की खबरें आई थीं.
पूर्व मंत्री फवाद चौधरी के अनुसार, अफगान तालिबान और पाकिस्तान के बीच सूचना युद्ध का यह खेल था. अफगान तालिबान ने पाकिस्तान में प्रकाशित खबर का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अफवाहों का मकसद बस बराबरी करना था, और इसका इमरान खान की वास्तविक स्थिति से कोई संबंध नहीं है.
चौधरी ने जोर देकर कहा कि इमरान खान पूरी तरह स्वस्थ हैं. जेल प्रशासन ने भी उनकी मौत की अफवाहों को खारिज किया है. खान नियमित रूप से भोजन कर रहे हैं और व्यायाम कर रहे हैं. अफवाहों के बावजूद उनका स्वास्थ्य स्थिर बताया गया है.
फवाद चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान की वर्तमान सरकार इमरान खान की लोकप्रियता से डरती है. इसी वजह से उनकी तस्वीरें या आवाज सार्वजनिक नहीं की जा रही हैं. सरकार ने कोर्ट के आदेशों के बावजूद तीन महीनों तक उनकी बहनों को मिलने की अनुमति नहीं दी, जिससे अफवाहें और तेज हुईं.
इमरान खान के समर्थक अडियाला जेल के बाहर धरना दे रहे हैं और 'प्रूफ ऑफ लाइफ' की मांग कर रहे हैं. चौधरी ने कहा कि चुनाव आज होते हैं तो इमरान खान पिछली चुनावी तुलना में अधिक वोट हासिल करेंगे. उनका मानना है कि अफवाहों के बावजूद इमरान खान की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है.