अमेरिकी डॉलर की सर्वोच्चता को लेकर एक बार फिर से डोनाल्ड ट्रंप ने आक्रामक रुख अपनाया है. उन्होंने BRICS देशों को सीधे निशाने पर लेते हुए दावा किया कि यह संगठन अमेरिका के खिलाफ बनाया गया है और इसका उद्देश्य डॉलर को कमजोर करना है. इस संदर्भ में ट्रंप ने भारत का भी उल्लेख करते हुए कड़े शब्दों में अपनी नाराज़गी जताई.
डोनाल्ड ट्रंप ने BRICS को लेकर कहा कि यह समूह अमेरिका को नुकसान पहुँचाने और डॉलर को कमजोर करने के इरादे से बनाया गया है. उन्होंने साफ कहा कि "डॉलर ही राजा है और हम इसे इसी तरह बनाए रखेंगे." ट्रंप ने BRICS के किसी भी देश को चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी इस मुद्रा प्रभुत्व को चुनौती देगा, उसे आर्थिक दंड भुगतना होगा.
अपने बयान में ट्रंप ने भारत का विशेष तौर पर ज़िक्र करते हुए कहा कि यदि भारत BRICS में बना रहता है, तो उसे अमेरिका में अपने उत्पादों पर 10% टैरिफ देना होगा. उनका मानना है कि इस तरह के समूह अमेरिका की आर्थिक ताकत को कमजोर करने की साजिश कर रहे हैं, और यह अमेरिका को स्वीकार नहीं है.
#WATCH | On India, in respect of tariffs, US President Donald Trump says, "...They will certainly have to pay 10% if they are in BRICS because BRICS was set up to hurt us, to degenerate our dollar...The Dollar is king. We are going to keep it that way. If people want to challenge… pic.twitter.com/VgVF2olMPL
— ANI (@ANI) July 8, 2025
ट्रंप ने यह भी कहा कि वह नहीं मानते कि BRICS के किसी देश में इतनी हिम्मत है कि वह डॉलर को चुनौती दे सके. लेकिन अगर किसी ने ऐसा करने की कोशिश की, तो उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. ट्रंप के इस बयान को आगामी अमेरिकी चुनावों से पहले उनकी विदेश नीति और आर्थिक राष्ट्रवाद के संकेत के रूप में देखा जा रहा है.