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वो भूतिया जहाज जिसके आखिरी मैसेज से फैल गई थी सनसनी, आज भी मिस्ट्री है इस अमेरिकी शिप की कहानी

Haunted Ship of SS Ourang Medan: अफवाहों का समुद्र, अथाह और अंधकारमय, कभी-कभी ऐसी कहानियां उगलता है जो खून जमा देती हैं. ऐसी ही एक कहानी है डच कार्गो जहाज SS Ourang Medan की, जिसे भूतहा जहाज कहा जाता है.

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Haunted Ship of SS Ourang Medan: अफवाहों और रहस्यों का जाल बिछाए जहाज, SS Ourang Medan, हिंद महासागर के बेचैन पानी में कहीं गुमनाम है. द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद, 1947 में, दुनियाभर के जहाजों को एक खौफनाक संदेश मिला. एक तड़पती हुई आवाज, कोड में संदेश भेज रही थी, "एसओएस...सभी अधिकारी और चालक दल मर चुके हैं...अनजान खतरा...मौत जल्द आ रही है...फिनिशड..." उसके बाद खामोशी छा गई, जिसने सुनने वालों के रोंगटे खड़े कर दिए.

मदद की पुकार सुन बचाव को निकले जहाज

इस मैसेज को सुनने के बाद कुछ बहादुर बचाव दल के जहाज मदद के लिए निकले. जैसे ही वो जहाज के पास पहुंचे तो एक भयावह दृश्य सामने आया. धुंध के बीच, SS Ourang Medan खड़ा था, एक भयानक सन्नाटे में डूबा हुआ. कैसा भी जहाज तूफानों का सामना कर सकता है, पर इस जहाज पर तो समुद्र की कोई क्रूरता नजर नहीं आती थी. बचाव दल जहाज के करीब पहुंचा, हर तरफ एक अजीब सी खामोशी थी, ना कोई हलचल, ना कोई चीख. जहाज पर चढ़ते ही एक खौफनाक सच सामने आया.

अजीब हालत में मिली पूरे क्रू की लाश

चालक दल के सभी सदस्य - कैप्टन से लेकर इंजन रूम में काम करने वाले नौजवान तक - सीधे खड़े लेकिन मरे हुए पाए गए. उनका चेहरा डर से जकड़ा हुआ था, आंखें खुली हुईं मानो उन्होंने मौत का कोई खौफनाक मंजर देखा हो. उनके शरीरों पर कोई जख्म नहीं था, बस एक अजीब सी मुस्कराहट उनके चेहरों पर जमी हुई थी, मानो वे किसी अदृश्य भयानक चीज को देखकर हंस रहे हों. जहाज के पालतू कुत्ते का शव भी इसी हालत में मिला.

बॉयलर ऑफ होने के बावजूद बढ़ा हुआ था टेम्परेचर

बचाव दल में मौजूद डॉक्टर, फ्रैंक ओंवर, इस नजारे से सन्न रह गया. जहाज पर मौजूद हर जीवित प्राणी का अचानक मृत्यु का कारण समझ से परे था. यह सामूहिक आत्महत्या नहीं हो सकती थी, ना ही किसी हमले का कोई सबूत था. अचानक, जहाज के बॉयलर रूम से तेज आवाजें आने लगीं. डॉक्टर ओंवर और उसका सहयोगी इंजीनियर पीटर वैन हाउटन बॉयलर रूम की तरफ दौड़े.

कमरे का तापमान असहनीय रूप से बढ़ा हुआ था, मानो ज्वालामुखी फट पड़ा हो. पसीना उनके माथे से धारा बनकर बह रहा था. मगर हैरानी की बात ये थी कि बॉयलर बंद पड़े थे! जहाज के अंदर आग लगने की कोई संभावना नहीं थी. तभी अचानक से एक असहनीय चीख सुनाई दी और कमरे से आग की लपटें निकलने लगीं. डॉक्टर ओंवर और इंजीनियर वैन हाउटन बाल-बाल बच निकले. उनकी पीठ झुलस चुकी थी और कान पर ऐसी आवाज का झटका लगा था जिससे बहरापन महसूस हो रहा था.

आज भी मिस्ट्री है इस जहाज की कहानी

जहाज को आग की लपटों ने घेर लिया. आग इतनी तेजी से फैल रही थी कि बचाव दल जहाज छोड़कर भागने के लिए मजबूर हुआ. दूर से उन्होंने देखा कि जहाज एक भयानक विस्फोट के साथ समुद्र में समा गया. SS Ourang Medan का रहस्य आज तक अनसुलझा है. वैज्ञानिकों और साहसी खोजकर्ताओं ने कई दशकों में कई सिद्धांत सामने रखे हैं.

कुछ का मानना है कि जहाज किसी जहरीले गैस के संपर्क में आया होगा, जो इतना घातक था कि उसने चालक दल को कुछ ही सेकंडों में मार डाला. कुछ का कहना है कि यह किसी अलौकिक शक्ति का प्रकोप था. जहाज के कोडित संदेश में "अज्ञात खतरा" का जिक्र इस सिद्धांत को बल देता है. और कुछ का मानना है कि यह एक प्रयोग का हिस्सा था जो भयानक रूप से गलत साबित हुआ. पर सच क्या था, यह कोई नहीं जानता.

समुद्र की गहराई से निकालने की कोशिश भी हुई बेकार

SS Ourang Medan का खौफनाक रहस्य समुद्र की गहराईयों में ही दफन हो गया. कभी-कभी, रात के सन्नाटे में, मछुआरे दावा करते हैं कि वे दूर क्षितिज पर एक भयानक जहाज को धुंध के बीच देखते हैं. उसकी पालें फटी हुई हैं और उस पर एक अजीब सी हरी रोशनी चमक रही है. कुछ लोग कहते हैं कि यह भूत है, जो कभी शांत नहीं हो पाएगा.

कुछ साल पहले, एक साहसी अरबपति ने जहाज के डूबने की जगह पर खोज अभियान चलाया. आधुनिक तकनीक की मदद से वे जहाज के मलबे का पता लगाने में सफल रहे. पर जहाज को समुद्र की तह से ऊपर लाने की उनकी कोशिशें नाकामयाब रहीं. किसी अज्ञात बल ने उन्हें रोक दिया. SS Ourang Medan की कहानी एक चेतावनी है. यह हमें याद दिलाती है कि समुद्र में ऐसी चीजें मौजूद हैं जिन्हें हम समझ नहीं पाए हैं. गहरे पानी के रहस्य कभी-कभी बेहतर होते हैं कि अनसुलझे ही रहें.