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India Daily

Hafiz Saeed: हाफिज सईद की हुई हालत खराब, अब कौन संभालेगा लश्कर-ए-तैयबा की कमान?

Hafiz Saeedz Condition Worsens: हाफिज सईद के गंभीर रूप से बीमार होने की खबरों के बीच उसका बेटा तल्हा सईद लश्कर-ए-तैयबा की कमान संभाल रहा है. वायरल वीडियो में हाफिज सईद कमजोर हालत में नजर आ रहा है. तल्हा सईद अब संगठन में अधिक सक्रिय दिख रहा है, जिससे संगठन के भीतर नेतृत्व परिवर्तन की पुष्टि होती है.

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Edited By: Sagar Bhardwaj
Hafiz Saeed
Courtesy: Social Media

Hafiz Saeedz Condition Worsens: पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सरगना हाफिज सईद के बीमार होने की खबरों के बीच अब उसके बेटे तल्हा सईद के हाथ में संगठन की कमान आ गई है. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में हाफिज सईद को बेहद कमजोर और अस्वस्थ हालत में देखा गया है, जिसके बाद उसकी बीमारी की अटकलें तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि वह गंभीर बीमारी से जूझ रहा है और अब सक्रिय भूमिका में नहीं है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हाफिज सईद की जगह अब उसका बेटा तल्हा सईद लश्कर के संगठनात्मक और रणनीतिक कामकाज को संभाल रहा है. तल्हा पिछले कई महीनों से लश्कर से जुड़े कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा है और सार्वजनिक मंचों पर भी उसकी मौजूदगी लगातार बढ़ी है. इससे संकेत मिलता है कि लश्कर-ए-तैयबा अब नेतृत्व परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और अब उसकी कमान उसके बेटे के हाथ में आने की संभावना है.

आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप

हाफिज सईद की जगह उनका बेटा तल्हा सईद, जो पहले भी लश्कर की प्रचार शाखा से जुड़ा रहा है और अब संगठन के भीतर एक मजबूत चेहरा बन चुका है. उसके खिलाफ भी भारत समेत कई देशों में आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं. अमेरिका ने भी तल्हा को 'ग्लोबल टेररिस्ट' घोषित किया हुआ है. इस नए घटनाक्रम से यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान में आतंकी ढांचे में सत्ता का हस्तांतरण अब अगली पीढ़ी को सौंपा जा रहा है.

आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड

हाफिज सईद मुंबई में हुए आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड कहा जाता है और वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित आतंकवादी है. हालांकि पाकिस्तान सरकार उस पर कागजी कार्रवाई दिखाती रही है, लेकिन लश्कर और उससे जुड़े संगठनों को संरक्षण देने के आरोप लगातार लगते रहे हैं. 

भारत की सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय

भारत पहले ही पाकिस्तान पर आतंकियों को पनाह देने और समर्थन करने का आरोप लगाता रहा है. ऐसे में हाफिज सईद की जगह तल्हा का आना भारत की सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय बन सकता है, क्योंकि नए नेतृत्व में लश्कर की रणनीति में बदलाव की आशंका है.