अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार को ओवल ऑफिस से एलन मस्क के साथ मीडिया को संबोधित करते हुए एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने का श्रेय लिया और कहा कि अमेरिकी हस्तक्षेप से संभावित परमाणु संघर्ष को रोकने में मदद मिली. एक प्रेस कार्यक्रम में बोलते हुए ट्रम्प ने कहा, 'हमने भारत और पाकिस्तान को लड़ने से रोका. मेरा मानना है कि यह परमाणु आपदा में बदल सकता था.'
ट्रम्प ने स्थिति को शांत करने में अपनी भूमिका के लिए दोनों देशों के नेताओं तथा अपने प्रशासन को धन्यवाद दिया. व्यापार संबंधी चिंताओं पर प्रकाश डालते हुए ट्रंप ने कहा, 'हम ऐसे लोगों के साथ व्यापार नहीं कर सकते जो एक-दूसरे पर गोली चला रहे हैं और संभावित रूप से परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं.' उन्होंने दोनों देशों की सहयोग करने की इच्छा की प्रशंसा की और अमेरिका की सैन्य ताकत और नेतृत्व का हवाला देते हुए वैश्विक संघर्षों को रोकने में अमेरिका की व्यापक भूमिका पर जोर दिया.
हालांकि, भारत का कहना है कि पाकिस्तान के साथ हालिया युद्धविराम एक द्विपक्षीय निर्णय था, जो दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच वार्ता के माध्यम से सीधे तौर पर लिया गया था.
भारत ने लगातार तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के किसी भी दावे से इंकार किया है. साथ ही इस बात पर बल दिया है कि यह समझौता नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच सीधे संवाद का परिणाम है, इसका व्यापार वार्ता से कोई संबंध नहीं है.
13 मई को राष्ट्रपति ट्रम्प ने टिप्पणी की कि भारत और पाकिस्तान किसी दिन 'एक साथ अच्छा डिनर कर सकते हैं', और उन्होंने अपने प्रशासन को व्यापार वार्ता के माध्यम से दोनों देशों के बीच "ऐतिहासिक युद्ध विराम" कराने का श्रेय दिया.
ट्रम्प ने पश्चिम एशियाई देश की अपनी यात्रा के दौरान सऊदी अरब-अमेरिका निवेश फोरम 2025 में कहा, 'वे वास्तव में साथ मिल रहे हैं. शायद हम उन्हें एक साथ ला सकें, जहां वे बाहर जाएं और साथ में अच्छा खाना खाएं. क्या यह अच्छा नहीं होगा?'
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'हम काफी आगे आ गए हैं. कई लोगों की जान चली जाती.'
ट्रम्प ने भारत-पाकिस्तान विवाद को व्यापार कूटनीति के माध्यम से सुलझाने का श्रेय अपने प्रशासन को दिया, साथ ही उन्होंने दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के सहयोग की भी प्रशंसा की.
ट्रम्प ने कहा, 'कुछ ही दिन पहले, मेरे प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ती हिंसा को रोकने के लिए ऐतिहासिक संघर्ष विराम में सफलतापूर्वक मध्यस्थता की.
उन्होंने कहा, 'मैंने कहा, दोस्तों, चलो, एक सौदा करते हैं. चलो कुछ व्यापार करते हैं. चलो परमाणु मिसाइलों का व्यापार नहीं करते. चलो उन चीजों का व्यापार करते हैं जिन्हें आप इतनी खूबसूरती से बनाते हैं. और उन दोनों के पास बहुत शक्तिशाली, मजबूत, अच्छे और स्मार्ट नेता हैं.'