Vladimir Putin : शुक्रवार रात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अलास्का में हुई हाई-प्रोफाइल मुलाकात के बाद ऑनलाइन अटकलों का बाज़ार गर्म हो गया. कुछ इंटरनेट यूज़र्स का मानना था कि रूसी नेता असल में एंकोरेज पहुंचे ही नहीं. तस्वीरें और वीडियो सामने आने के तुरंत बाद, सोशल मीडिया पर यह दावा किया जाने लगा कि पुतिन ने बातचीत के दौरान अपनी जगह किसी और को भेजा था. पुतिन की चाल, चेहरे के हाव-भाव और यहां तक कि उनके हाव-भाव में कथित अंतर की ओर इशारा करने वाले पोस्ट एक्स पर वायरल हो रहे हैं.
रूसी राष्ट्रपति की लंबाई से लेकर हाव-भाव तक, एक्स पर कयास लगाए गए. एक्स पर यूज़र्स ने तो 'बॉडी डबल' होने का दावा भी किया. साथ-साथ तस्वीरें भी खूब वायरल हुईं, कुछ यूज़र्स ने ज़ोर देकर कहा कि रेड कार्पेट पर ट्रंप से हाथ मिलाने वाला शख़्स पुतिन की पिछली मुलाक़ातों से पतला और कम ऊर्जावान लग रहा था. कुछ लोगों ने उनके संक्षिप्त लहजे को इस बात का सबूत बताया कि कुछ गड़बड़ है.
सोशल मीडिया पर लोग उठा रहे सवाल
एक सोशल मीडिया यूजर ने कहा, "मुझे पूरा शक है कि यह पुतिन हैं. ऐसा लगता है कि उन्होंने अलास्का में अपना एक हमशक्ल भेजा है. उनकी अत्यधिक घबराहट को देखते हुए, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है." दूसरे ने कहा कि क्या यह वही आदमी है? उसकी जबड़े की रेखा और दाहिनी ओर गर्दन के गड्ढे पर ध्यान दीजिए. साथ ही, लगभग एक जैसे कानों पर भी ध्यान दीजिए, लेकिन दाहिनी ओर की तस्वीर में उसके कान के नीचे एक उभार साफ़ दिखाई दे रहा है. कई लोग जो लंबे समय से पुतिन को फ़ॉलो कर रहे हैं, उन्होंने आज कहा कि उनके व्यवहार और हाव-भाव को देखते हुए, यह असली पुतिन नहीं है.
Can you imagine Putin taking a meeting with Biden and coming to America for the meeting?
— Bill Ackman (@BillAckman) August 15, 2025
एक एक्स यूजर ने कहा, "ईमानदारी से कहूं तो, यह एकमात्र मौका है जब मैंने पुतिन को इस तरह मुस्कुराते हुए देखा है, एक मुस्कराहट, एक तरफ की खामोशी... लेकिन एक बड़ी मुस्कान... जिसे मैं व्यक्तिगत रूप से छिपाना चाहता हूं."
डोनाल्ड ट्रम्प के साथ अलास्का बैठक के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि अगर ट्रम्प 2022 में संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो यूक्रेन संघर्ष शुरू नहीं होता. ट्रम्प ने बार-बार दावा किया है कि रूस-यूक्रेन जंग वो राष्ट्रपति रहते तो नहीं होता.