menu-icon
India Daily

38 घंटों तक समुद्र में खो गया था डाइवर कपल, फिर कैसे रहा जिंदा, खुद किया खुलासा

कपल ने बताया कि उधर अमेरिकी  तट रक्षक 1600 मील तक हमें खोजते रहे और दूसरी तरफ हमने एक-दूसरे का हाथ थामे रखा. दंपति ने बताया कि मैक्सिको की खाड़ी में शार्कों से भरे बानी में उन्हें जेलीफिश के डंक और धूप से झुलसने का सामना करना पड़ा. उनके परिवार ने बताया कि जब नाथन को बचाया गया तो वह लगभग मधुमेह के कारण कोमा में चले गए थे.

auth-image
Edited By: India Daily Live
Kim and Nathan Maker
Courtesy: SOCIAL MEDIA

International News: ओक्लाहोमा का एक दंपति स्कूबा डाइविंग के दौरान समुद्र में खो गया. समुद्र में खो जाने के दौरान उन्हें गंभीर चोटें लगीं. एक भयानक तूफान ने किम और नाथन मेकर दंपति को उनके ग्रुप से अलग कर दिया और फिर इस दंपति ने टेक्सास तट के खतरनाक पानी में 38 घंटे तैरते हुए बिताए. इतने घंटों तक एक विशाल समुद्र में यह दंपति कैसे जिंदा रहा, उन्होंने खुद अपनी कहानी बयां की है.

हमने एक-दूसरे का हाथ थामे रखा

कपल ने बताया कि उधर अमेरिकी  तट रक्षक 1600 मील तक हमें खोजते रहे और दूसरी तरफ हमने एक-दूसरे का हाथ थामे रखा. दंपति ने बताया कि मैक्सिको की खाड़ी में शार्कों से भरे बानी में उन्हें जेलीफिश के डंक और धूप से झुलसने का सामना करना पड़ा. उनके परिवार ने बताया कि जब नाथन को बचाया गया तो वह लगभग मधुमेह के कारण कोमा में चले गए थे.

हमें जिंदा रहने के लिए लगातार तैरना पड़ा

दंपति ने बताया कि हमारे शरीर का तापमान लगातार गिर रहा था, इसलिए हम लगातार तैर रहे थे वरना हम मर जाते. किम ने कहा कि नाथन ही वह कारण हैं जिनकी वजह से हम दोनों आज जिंदा है, उन्होंने हमारा हौंसला बनाए रखा, क्योंकि हार मान लेना ज्यादा आसान होता है.

हमने ईश्वर का हाथ देखा था

नाथन ने कहा कि शुक्रवार की सुबह सैटेलाइट फुटेज के जरिए बचावकर्मियों ने हमें गंदे पानी में देखा और हमारी तरफ नाव भेजी. नाथन ने कहा कि यह बात अजीब लग सकती है लेकिन मैं सचमुच मानता हूं कि उस दिन हमने ईश्वर का हाथ देखा था और वह हाथ तटरक्षक बल का था.

यह किसी चमत्कार से कम नहीं

उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि सबसे बड़ी बात एक-दूसरे पर विश्वास करना है. नाथन के परिवार के लोग दोनों के बचने को किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं क्योंकि समुद्र की तूफानी लहरों से बच पाना लगभग नामुमकिन था.