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India Daily

Khalistani terrorist: आतंक के खिलाफ बड़ी सफलता,16 धमाकों का मास्टरमाइंड खालिस्तानी आतंकी हुआ गिरफ्तार

Khalistani terrorist: खालिस्तानी आतंकी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया, जो पंजाब में 16 धमाकों और अमेरिका-भारत में हथगोला हमलों का आरोपी है, उसको अमेरिका से भारत लाया जा रहा है. एफबीआई और ICE की संयुक्त कार्रवाई में अप्रैल में उसकी गिरफ्तारी हुई थी. एनआईए ने उस पर ₹5 लाख का इनाम घोषित किया था. अब उसे भारत लाकर पूछताछ और कानूनी कार्यवाही की जाएगी.

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Edited By: Km Jaya
Khalistani terrorist arrest
Courtesy: Social Media

Khalistani terrorist: खालिस्तानी आतंकवादी हरप्रीत सिंह उर्फ 'हैप्पी पासिया' को अमेरिका से भारत लाया जा रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सिंह को अप्रैल 2025 में अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था और इमिग्रेशन एंड कस्टम्स इंफोर्समेंट की हिरासत में भेजा गया था. अब भारत की एजेंसियों के अनुरोध पर उसे भारत लाया जा रहा है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरप्रीत सिंह पंजाब के अमृतसर का निवासी है और पंजाब में हुए कम से कम 16 आतंकी हमलों में वांछित है. उस पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मिलीभगत का आरोप है.  हरप्रीत सिंह पर भारत और अमेरिका दोनों में पुलिस स्टेशनों पर हथगोला हमलों की साजिश रचने का आरोप भी है.

हरप्रीत सिंह हुआ गिरफ्तार

18 अप्रैल 2025 को अमेरिका में एफबीआई और ICE की संयुक्त कार्रवाई में हरप्रीत सिंह को गिरफ्तार किया गया था. एफबीआई के निदेशक काश पटेल ने इस गिरफ्तारी के बाद बयान जारी कर कहा था, "एफबीआई उन लोगों को खोज निकालती है जो हिंसा करते हैं, चाहे वे कहीं भी हों. हमने अमेरिका और भारत दोनों में पुलिस स्टेशनों पर हमले की योजना बनाने वाले एक कथित विदेशी आतंकी को पकड़ लिया है. 

घर को बनाया निशाना

राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने जनवरी 2025 में हरप्रीत सिंह पर ₹5 लाख का इनाम घोषित किया था. एजेंसी को उसकी तलाश चंडीगढ़ में पिछले साल अक्टूबर में हुए एक हथगोला हमले के मामले में थी. उस हमले में एक घर को निशाना बनाया गया था और जांच में सामने आया कि इस हमले की योजना हरप्रीत सिंह ने बनाई थी.

आतंक के खिलाफ बड़ी सफलता

हरप्रीत को भारत लाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और जल्द ही उसे एनआईए को सौंपा जाएगा. भारत सरकार इस गिरफ्तारी को आतंक के खिलाफ बड़ी सफलता मान रही है. इस मामले में अमेरिका और भारत की एजेंसियों के बीच उच्च स्तरीय समन्वय देखा गया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि खालिस्तानी नेटवर्क के खिलाफ दोनों देश मिलकर सख्त कदम उठा रहे हैं.