बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की अब बांग्लादेश में अपराधी करार दी गई हैं. वहां की अंतरिम सरकार ने एक हत्याकांड के सिलसिले में उन पर हत्या के तहत मुकदमा दर्ज करवाया है. अगर केस दर्ज हो गया तो ऐसा भी हो सकता है कि अगर कभी वे अपने देश लौटीं तो उन्हें जेल जाना पड़े. आरोप तो ऐसे भी लगे हैं कि उन्होंने ही खालिदा जिया को जेल में पहुंचाया है.
भारत को छोड़कर, पड़ोसी देशों में शायद ही ऐसा कोई देश हो, जहां बगावत हो और प्रधानमंत्री को देश छोड़कर भागना न पड़ा हो. शेख हसीना के साथ भी ऐसा ही हुआ है. अगर वे बांग्लादेश में रह जातीं तो या तो प्रदर्शनकारी उनकी हत्या कर देते, या उन्हें जेल में ठूंस दिया जाता.
शेख हसीना को अब जेल में ठूंसने की पूरी तैयारी हो गई है. ढाका ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक शेख हसीना और 6 अन्य लोगों के खिलाफ एक ग्रॉसरी स्टोर के मालिक की हत्या के गंभीर आरोप लग गए हैं. अब अगर शेख हसीना कभी बांग्लादेश लौटेंगी तो उन्हें जेल में भी जाना पड़ेगा. उनकी सरकार दोबारा आएगी, अभी ऐसे आसार लग नहीं रहे हैं क्योंकि मामला, अब बांग्लादेशी नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के फेवर में है.
अबू सैयद नाम के एक स्थानीय ग्रॉसरी स्टोर के प्रॉपराइटर की मौत पुलिस की गोलियों से हो गई थी. 19 जुलाई को हुई फायरिंग में अबू सैयद की मौत हुई थी. शेख हसीना पर यह पहला आपराधिक केस है. 5 अगस्त को उन्होंने देश छोड़ा और 13 अगस्त को वे हत्या की आरोपी हो गईं.
ऐसा नहीं है कि सिर्फ शेख हसीना ही फंसी हैं. आवामी लीग के महासचिव अबीदुल कादिर, पूर्व गृहमंत्री असादुज्जमान खान कामा और पूर्व IGP चौधरी अबुदल्लाह मामून जैसे लोगों पर भी हत्या का केस दर्ज हुआ है. अगर, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की सरकार, लोकतांत्रिक तरीके से बन जाती है और वे अपने देश लौटती हैं तो शेख हसीना के जेल जाने की पृष्ठभूमि तैयार हो गई है.