Armenia And Azerbaijan Conflicts: अजरबैजान और आर्मेनिया दोनों देश खुद को भारी हथियारों से लैस कर रहे हैं. इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है कि पाकिस्तान के दोस्त अजरबैजान से निपटने के लिए आर्मेनिया ने भारत से एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम ( ATAGS) का ऑर्डर दिया है. यह तोपें अपनी सैन्य क्षमता और मॉडर्न टेक्नोलॉजी से लैस मानी जाती हैं. इसी वजह से इन्हें ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी तैनात किया जा सकता है.
यह रिपोर्ट ऐसे समय सामने आई है जब भारतीय सेना इसकी खरीद से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट को अंतिम रूप नहीं दे पाई है. यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इन तोपों की तैनाती चीन सीमा पर की जाएगी.
भारतीय सेना इस स्वदेशी आर्टिलरी गम सिस्टम के 310 ऑर्डर देना चाहती है. इनका निर्माण डीआरडीओ, भारत फोर्स लिमिटेड और टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटिड के सहयोग से किया जा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने आर्मेनिया द्वारा इन तोपों की खरीद की न तो पुष्टि की है और न इसे नकारा है. आर्मेनिया भारत से पहले भी कई तरह के घातक हथियार खरीद चुका है.
आर्मेनिया इससे पहले कल्याणी फोर्ज इंडिया से पहियों वाली मार्ग 155 ऑटोमैटिक होवित्जर का ऑर्डर दिया था. इस दौरान उसने 6 ATAGS खरीदने का भी ऑर्डर दिया था. लेकिन अब रिपोर्ट सामने आई है कि वह 84 ATAGS को खरीदना चाहता है. इसकी खरीद पूरी होने के बाद आर्मेनिया के पास 90 तोपें हो जाएंगी. इन तोपों को गतिशीलता और रैपिड तैनाती के लिए डिजाइन किया गया है.
ATAGS तोप में एडवांस्ड कम्युनिकेशन सिस्टम और स्वचालित कमांड कंट्रोल सिस्टम है. ऊंचे स्थानों पर इसे आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है जो आर्मेनियाई सेना के लिए बेहतर विकल्प बन सकता है. यह तोप हर मौसम और हर इलाके में इस्तेमाल की जा सकती है.आर्मेनिया भारत का पहला निर्यात ग्राहक होगा, जो भारत के लिए रक्षा निर्यात के बड़े अवसर खोल सकता है. यह तोप 60 सेकंड में पांच राउंड और 60 मिनट में 60 राउंड की निरंतर दर से लगातार फायरिंग कर सकती है.