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अमेरिका में चली गई डॉक्टर की नागरिकता, 61 साल बाद सामने आई ये वजह

US Doctor Lost Citizenship: अमेरिका में रहने वाले एक डॉक्टर सियावश शोभानी के साथ के साथ हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.  डॉक्टर सियावश शोभानी ने हाल में ही जब अपना पासपोर्ट रिन्यू कराने गए तो उन्हें पता चला कि उन्होंने अपनी नागरिकता खो दी है.

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Purushottam Kumar
US Doctor Lost Citizenship

हाइलाइट्स

  • डॉक्टर सियावश शोभानी ने 61 साल बाद खोई नागरिकता
  • बचपन में गलती से दी गई थी अमेरिका की नागरिकता

US Doctor Lost Citizenship: अमेरिका में रहने वाले एक डॉक्टर सियावश शोभानी के साथ के साथ हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.  डॉक्टर सियावश शोभानी ने हाल में ही जब अपना पासपोर्ट रिन्यू कराने गए तो उन्हें पता चला कि उन्होंने अपनी नागरिकता खो दी है. अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सियावाश शोभानी जब पासपोर्ट ऑफिस पहुंचे तो उन्हें एक पत्र मिला, जिसमें लिखा गया था कि जब वह शिशु थे तो गलती से उन्हें अमेरिकी नागरिकता दी गई थी.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उन्हें यह नागरिकता नहीं दी जानी थी क्योंकि उनके पिता उस समय ईरानी दूतावास के राजदूत थे और नियमों के अनुसार, यूएस में अगर किसी डिप्लोमैटिक इम्यूनिटी प्राप्त शख्स को संतान होती है तो उसे जन्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जा सकती है. बता दें कि डॉक्टर सियावश शोभानी का जन्म अमेरिका में ही हुआ था.

यह चौंकाने वाला है- डॉक्टर शोभानी

डॉक्टर सियावश शोभानी ने मीडिया को बताया कि मेरे लिए यह एक झटके की तरह था. मैं पेशे से एक डॉक्टर हूं, जीवन भर यहीं रहा, यहां टैक्स दिया, राष्ट्रपतियों के चुनाव में मतदान किया है. उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल के दौरान मैंने जान जोखिम में डालकर काम किया और अब 61 वर्षों बाद आपसे कहा जाता है, 'ओह, गलती हो गई, अब आप अमेरिकी नागरिक नहीं हैं. तो यह वास्तव में बहुत चौंकाने वाला है.

ऐसी कभी कल्पना तक नहीं की थी 

सोभानी ने आगे बताया कि फरवरी में उन्होंने नए पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था और उन्हें उम्मीद थी कि इस प्रक्रिया में कोई कठिनाई नहीं होगी क्योंकि उन्होंने पहले भी कई बार बिना किसी समस्या के अपना पासपोर्ट रिन्यू कराया था. हालांकि, इस बार ऐसा नहीं हुआ उन्हें नया पासपोर्ट मिलने के बजाय एक पत्र मिला, जिसमें कहा गया था कि उनके जन्म के समय उन्हें नागरिकता नहीं दी जानी चाहिए थी क्योंकि उनके पिता ईरान के दूतावास में एक राजनयिक थे.