Air China Flight Makes Emergency Landing: शनिवार को हांगझोउ से सियोल जा रही एयर चाइना की फ्लाइट CA139 को बीच रास्ते में आपात लैंडिंग करनी पड़ी, जब ओवरहेड कैबिन में रखे एक यात्री के बैग में मौजूद लिथियम बैटरी अचानक आग पकड़ ली.
जैसे ही धुआं उठा, यात्रियों में अफरातफरी मच गई. सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में यात्री और क्रू मिलकर आग बुझाने की कोशिश करते दिखे. सौभाग्य से सभी यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन यह घटना लिथियम बैटरियों की बढ़ती खतरनाक घटनाओं को फिर से सुर्खियों में ले आई है.
एयर चाइना की फ्लाइट CA139 शनिवार सुबह 9:47 बजे हांगझोउ से दक्षिण कोरिया के इंचियोन के लिए रवाना हुई थी. उड़ान के दौरान जब विमान शंघाई के ऊपर था, तभी ओवरहेड बिन से अचानक धुआं और फिर आग की लपटें उठीं. यात्रियों में भगदड़ मच गई और लोग चिल्लाने लगे- 'हैरी अप, हैरी अप!' सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखा कि क्रू सदस्य और यात्री मिलकर ओवरहेड कम्पार्टमेंट में लगी आग पर पानी और फायर एक्सटिंग्विशर से काबू पाने की कोशिश कर रहे थे.
If it’s an Indian plane, the entire ecosystem would blame indians.
— Saffron Cap 🚩 (@dalit_in) October 18, 2025
Fire breaks out mid-air in an Air China flight
An Air China flight (CA139) from Hangzhou to Seoul experienced a fire incident mid-air.
The fire erupted after a lithium battery inside a passenger’s cabin bag… pic.twitter.com/foa0jWeCEm
एयरलाइन ने अपने बयान में बताया कि आग एक यात्री के कैरी-ऑन बैग में रखी लिथियम बैटरी के 'स्वतः स्फुरण' से लगी थी. यह बैटरी ओवरहेड कम्पार्टमेंट में रखी गई थी, जो अचानक गर्म होकर भड़क उठी. यह वही लिथियम बैटरी है, जिसके कारण पिछले कुछ वर्षों में कई विमानन कंपनियों को आपात स्थिति का सामना करना पड़ा है. सौभाग्य से, फ्लाइट क्रू ने तुरंत स्थिति को संभाला और किसी को गंभीर चोट नहीं आई.
जैसे ही आग पर काबू पाया गया, पायलट ने किसी भी संभावित खतरे से बचने के लिए विमान को शंघाई पुडोंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट की ओर मोड़ दिया. वहां विमान ने आपात लैंडिंग की और सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया. एयर चाइना ने कहा कि फ्लाइट की सुरक्षा के लिए यह कदम जरूरी था. बाद में यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों से उनके गंतव्य तक भेजा गया. एयरलाइन ने आश्वासन दिया कि बाकी फ्लाइट संचालन सामान्य रूप से जारी हैं.
यह घटना पहली नहीं है. मई में, चाइना साउदर्न एयरलाइंस की फ्लाइट को भी लौटना पड़ा था, जब कैमरा बैटरी और पावर बैंक से धुआं निकला था. इसी साल जनवरी में दक्षिण कोरिया की एयर बसान की फ्लाइट में भी बैटरी फटने से आग लगी थी. इन घटनाओं के बाद चीन ने लिथियम बैटरियों और पावर बैंकों को लेकर कड़े सुरक्षा नियम बनाए हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि अब समय आ गया है जब एयरलाइंस को इन बैटरियों के ट्रांसपोर्ट पर और सख्ती से निगरानी रखनी चाहिए, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके.