Weather Update: मॉनसून अब अपने आखिरी दिनों में है, हालांकि अभी भी कई राज्यों में हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. उत्तराखंड और हिमाचल में भूस्खलन और बादल फटने की वजह से लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, वहीं महाराष्ट्र और राजस्थान में भी भारी बारिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
उत्तराखंड में मॉनसून की विदाई का इंतजार लंबा हो गया है. हर साल सितंबर के अंत तक मॉनसून विदा हो जाता है, लेकिन इस बार सितंबर आधा महीना बीतने के बाद भी भारी बारिश ने लोगों को परेशान कर रखा है. भूस्खलन और बादल फटने की वजह से कई जिलों को भारी नुकसान पहुंचा है. इसके बाद भी अभी तक मौसम विभाग ने अभी मॉनसून की विदाई की तारीख घोषित नहीं बताई गई है. हिमाचल प्रदेश में भी मौसम का हाल कुछ ऐसा ही है. भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से कई सड़कों अवरुद्ध हो चुकी है, जिससे यातायात और सामान्य जीवन प्रभावित हुआ है.
राजस्थान में मॉनसून की विदाई बस होने वाली है. उससे पहले भारी बारिश ने कई जिलों को तहस-नहस कर दिया है. मौसम विभाग ने सप्ताहांत के लिए आठ जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है. जिसमें बूंदाबांदी के साथ कुछ स्थानों पर तेज बारिश की संभावना जताई गई है. वहीं दिल्ली-एनसीआर में पिछले 24 घंटों में तापमान में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार, 23 सितंबर तक आसमान साफ रहेगा. हालांकि इन दिनों में तापमान थोड़ी बढ़ोतरी की संभावना जताई गई है. IMD के मुताबिक शाम और रात में हवा की गति 15 किमी/घंटा से कम हो जाएगी, जिससे उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ सकता है.
उत्तर प्रदेश में मौसम ने फिर करवट ली है. शनिवार को लखनऊ समेत कई जिलों में हल्की बारिश हुई, लेकिन अब मौसम साफ नजर आ रहा है. 25 सितंबर तक बारिश की कोई संभावना नहीं है. पश्चिमी यूपी में मौसम पूरी तरह साफ रहेगा, जिससे गर्मी बढ़ सकती है. पूर्वी यूपी की तुलना में पश्चिमी यूपी में तापमान अधिक रहेगा. वहीं बिहार में भी 20 सितंबर तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई, लेकिन 21 सितंबर से मौसम साफ रहने की उम्मीद है. मौसम विभाग ने बताया कि अब राज्य में मौसम साफ रहेगा. मौसम विभाग ने असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 20-24 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी दी है. मराठवाड़ा, गुजरात और कोंकण-गोवा में 20, 25 और 26 सितंबर को भारी बारिश हो सकती है. बंगाल की खाड़ी में 25 सितंबर के आसपास कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से ओडिशा, छत्तीसगढ़ और तटीय आंध्र प्रदेश में 23-26 सितंबर तक भारी बारिश का अनुमान है. मछुआरों को 20-25 सितंबर तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. समुद्र में ऊंची लहरे उठने की संभावना है.