Uttarakhand Influenza Disease: चीन में फैले निमोनिया और इंफ्लूएंजा फ्लू को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सभी देशों के लिए अलर्ट जारी किया है. इसी बीच देश के पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भी सरकार की ओर से विशेष अलर्ट किया गया है. सरकार ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि इस इंफ्लूएंजा से विशेषकर बच्चों को बचाने की जरूरत है. राज्य के स्वास्थ्य सचिव ने गाइडलाइन भी जारी की हैं.
जानकारी के मुताबिक बुधवार (29 दिसंबर) को उत्तराखंड के बागेश्वर में दो बच्चों को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सांस लेने में दिक्कत समेत अन्य लक्षणों को देखते हुए उनके सैंपल जांच के लिए हल्द्वानी भेजे गए हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो करीब 4 से 5 दिन में दोनों बच्चों की जांच रिपोर्ट आएगी. हालांकि चीनी इंफ्लूएंजा है या नहीं, इसकी पुष्टि रिपोर्ट आने के बाद ही होगी, लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि लक्ष्ण इंफ्लूएंजा जैसे हैं.
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि दोनों बच्चों को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. इन दोनों मामलों की जानकारी राज्य प्रशासन को दी गई है. इसके बाद उत्तराखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर राजेश कुमार की ओर से पूरे प्रदेश के लिए विशेष गाइडलाइन जारी की गई हैं. स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ लोगों को भी इनका पालन करने के लिए कहा गया है. स्वास्थ्य सचिव की ओर से कहा गया है कि राज्य में इंफ्लूएंजा के मामले बढ़ने की आशंका है.
उधर, केंद्र सरकार ने भी चीनी इंफ्लूएंजा, माइक्रो प्लाज्मा और चीनी निमोनिया को देखते हुए अलर्ट जारी किया है. सरकार की ओर से सभी राज्यों के लिए स्पेशल गाइडलाइन भी जारी की गई हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि राज्य सरकारें सर्विलांस को बढ़ाएं. मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि सभी अस्पतालों में आइसोलेशन बार्ड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर समेत सभी सुविधाओं का निरीक्षण करें और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहें.