UP Paper Leak Case: यूपी सिपाही पेपर लीक मामले में राहुल गांधी ने सरकार को घेरा है. उन्होंने इसे युवाओं के लिए अभिशाप बताया है. राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखकर इसे रोकने के लिए अपनी योजना के बारे में बताया. उन्होंने लिखा कि जब मैंने छात्रों से बातचीत की तो उन्होंने मुझे इसकी वजहों के बारे में बताया है.
केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद के एक्स पोस्ट में आगे लिखा-पेपर लीक उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश भर के युवाओं के लिए अभिशाप बन गया है. पिछले 7 वर्षों में ही 70 से अधिक पेपर लीक के मामलों ने 2 करोड़ से अधिक छात्रों का सपना तोड़ा है. इससे न सिर्फ भविष्य निर्माण के कीमती वर्ष बर्बाद हो रहे हैं बल्कि उनके परिवारों पर भी आर्थिक और मानसिक बोझ पड़ रहा है.
राहुल गांधी ने सरकार को घेरते हुए कहा कि लापरवाह सरकार, भ्रष्ट अधिकारी, नकल माफिया और निजी प्रिंटिंग प्रेसों के आपराधिक गठजोड़ को खत्म कर हर स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित करने की ज़रूरत है. जब मैंने छात्रों से बातचीत की तो उन्होंने मुझे बताया कि पेपर लीक की तीन मुख्य वजह हैं. बिका हुआ सरकारी तंत्र, निजी प्रिंटिंग प्रेस और भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुके अधीनस्थ सेवा चयन आयोग.
पेपर लीक उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश भर के युवाओं के लिए अभिशाप बन गया है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 5, 2024
पिछले 7 वर्षों में ही 70 से अधिक पेपर लीक के मामलों ने 2 करोड़ से अधिक छात्रों का सपना तोड़ा है।
इससे न सिर्फ भविष्य निर्माण के कीमती वर्ष बर्बाद हो रहे हैं बल्कि उनके परिवारों पर भी आर्थिक और मानसिक बोझ…
उन्होंने कहा कि सभी से मिले सुझावों को मिला कर कांग्रेस युवाओं की भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एक ठोस और फूलप्रूफ प्लान तैयार कर रही है, और बहुत जल्द हम आपके सामने अपना विजन रखेंगे. हम छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देंगे! युवाओं का भविष्य INDIA गठबंध की प्राथमिकता है.
इससे पहले यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा पर एक्शन हुआ है. योगी सरकार ने पुलिस भर्ती परीक्षा लीक मामले में डीजी रेणुका मिश्रा को उनके पद से हटा दिया है. राजीव कृष्णा को पुलिस भर्ती बोर्ड का नया अध्यक्ष बनाया गया.
यूपी में 17 और 18 फरवरी को पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा कराया गया. परीक्षा में 60,000 से अधिक कांस्टेबल भर्ती पदों के लिए 48 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने भाग लिया था. परीक्षा में धांधली के सबूत मिले. पेपर लीक होने के बाद योगी सरकार ने एक्शन लेते हुए परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया था. सरकार ने अगले 6 महीने में दोबार परीक्षा करवाए जाने के निर्दश दिए हैं.