उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने 25 मार्च 2025 यानी आज अपने कार्यकाल के 8 साल पूरे कर लिए. इस अवसर पर राज्यभर में तीन दिवसीय जागरूकता और सूचना प्रसार कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसमें सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है और पात्र लोगों को नामांकित किया जा रहा है. राज्य सरकार की उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए विभिन्न जिलों में प्रदर्शनियां लगाई जा रही हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उस समय से अब तक उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून-व्यवस्था जैसे क्षेत्रों में बड़े सुधार किए हैं. अपराध पर जीरो टॉलरेंस नीति, पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था, साइबर क्राइम थाने और जबरन धर्म परिवर्तन के खिलाफ कानून जैसे कई कड़े फैसले लिए गए हैं.
सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में 'एक जिला, एक मेडिकल कॉलेज', 7.5 लाख सरकारी नौकरियां, 15 करोड़ गरीबों को फ्री राशन और कानून-व्यवस्था में सख्ती शामिल है. इसके साथ ही राज्य में धार्मिक व सांस्कृतिक पुनर्जागरण को भी नई दिशा दी गई है. काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण, मां अन्नपूर्णा की मूर्ति की वापसी और विभिन्न तीर्थ विकास परिषदों की स्थापना इस दिशा में उल्लेखनीय कदम हैं.
2029 तक उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है. इसके लिए शिक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. अप्रैल और जुलाई में 'स्कूल चलो अभियान' के माध्यम से बच्चों को स्कूल से जोड़ा जाएगा.
राज्य में पर्यटन को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया गया है. 2024 में यूपी में 66 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, जिनमें 14 लाख से अधिक विदेशी थे. महाकुंभ में रिकॉर्ड 66 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के संगम में स्नान की व्यवस्था. रोपवे, हेलीपोर्ट और धार्मिक सर्किट्स का तेजी से विकास किया जा रहा है. योगी सरकार के आठ साल केवल शासन की नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक पुनर्निर्माण की भी कहानी है.