Jammu and Kashmir Terrorist Infiltration: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मार गिराया. यह मुठभेड़ मंगलवार को माछिल सेक्टर में हुई, जहां सुरक्षाबलों ने संदिग्ध गतिविधि का पता चलते ही कार्रवाई शुरू कर दी. अधिकारियों के मुताबिक सोमवार रात से ही इलाके में संयुक्त तलाशी अभियान चलाया जा रहा था. मंगलवार सुबह दो आतंकियों के शव बरामद किए गए.
सुरक्षा बलों ने बताया कि घुसपैठियों का एक दल एलओसी पार कर भारत की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहा था. इस दौरान सेना और बीएसएफ ने संयुक्त रूप से जवाबी कार्रवाई की और मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए. इलाके में अतिरिक्त बल तैनात कर दिए गए हैं और सर्च ऑपरेशन जारी है ताकि किसी और घुसपैठ की कोशिश को भी विफल किया जा सके.
इस बीच, सर्दियों से पहले आतंकियों की गतिविधियों में बढ़ोतरी की आशंका को देखते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एलओसी पर निगरानी और सतर्कता और भी बढ़ा दी है. बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक सतीश एस खंदारे ने कहा कि खुफिया रिपोर्टों से संकेत मिले हैं कि सीमा पार कई लॉन्च पैड पर आतंकी जमा हैं जो घुसपैठ की फिराक में हैं.
उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक रूप से हर साल सर्दियों से पहले घुसपैठ के प्रयास बढ़ जाते हैं. इसी कारण हमने सीमावर्ती इलाकों में गश्त तेज कर दी है और जवानों को उच्च सतर्कता पर रखा गया है. खंदारे ने कहा कि बीएसएफ और सेना दोनों पूरी तरह तैयार हैं और किसी भी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करने के लिए तैनात हैं.
उन्होंने बताया कि बीएसएफ घाटी में स्थानीय समुदायों से संबंध मजबूत करने के लिए कई सामाजिक पहल भी कर रही है. इसी क्रम में उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा जिले में 'वुलर 2.0 मैराथन' का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं और महिलाओं ने हिस्सा लिया. तीन वर्गों 5 किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 21 किलोमीटर में हुई इस दौड़ में उत्साह देखने को मिला. खंदारे ने कहा कि ऐसे आयोजनों से सीमा के पास बसे लोगों में विश्वास बढ़ता है और सुरक्षाबलों के साथ सहयोग की भावना मजबूत होती है. उन्होंने दोहराया कि सीमा पर किसी भी घुसपैठ के प्रयास को सफल नहीं होने दिया जाएगा.