इन दिनों पहाड़ी राज्यों में लगातार बारिश हो रही है. जिसका असर नजदीकी राज्यों पर भी दिख रहा है, पहाड़ी नालों के तेज बहाव के कारण राज्यों की नदियां उफान पर है, कई राज्य के लोग बाढ़ बारिश से तबाह है. उत्तर प्रदेश के करीब एक दर्जन जिलों में बाढ़ ने सैकड़ों गांवों को अपनी चपेट में ले लिया है. तो वहीं दिल्ली की यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण यहां के लोगों में भी दहशत है. वहीं हिमाचल प्रदेश में बारिश से अब तक 2 हफ्ते में करीब 22 लोगों की मौत हो चुकी है. हिमाचल प्रदेश सरकार से अधिकारी से बातचीत ने बताया कि यहां 27 जून को मानसून प्रदेश में पहुंचा था. तब से लेकर अब तक यहां तेज बारिश के कारण सरकार का 172 करोड़ का नुकसान हुआ है.
मौसम विभाग के मुताबिक पिछले कुछ दिनों तक दिल्ली में बारिश का दौर जारी रहेगा. आने वाले दिनों में और ज्यादा बरसात देखने को मिलेगी. दिल्ली वाले कभी पानी के लिए तरसते हैं और अब पानी से त्रस्त है. दिल्ली के लोग हर दिन इस समस्या से जूझ रहे हैं.
मौसम विभाग ने 20 राज्यों में मूसलाधार बारिश का अनुमान जताया है. वहीं करीब 7 राज्यों में झमाझम बारिश के आसार है. बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और मेघालय में रेड अलर्ट जारी किया गया है. जबकि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश समेत 8 राज्यों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. राजस्थान के भी कुछ जिलों में आज तेज बारिश की चेतावनी है.
सेंट्रल वाटर कमीशन ने बताया है कि देश के जलाशयों का जलस्तर पिछले साल सितंबर के बाद पहली बार बढ़ा है. दरअसल भारत के 150 जलाशयों की देखरेख करने वाले CWC ने चार जुलाई को नई जानकारी साझा की है. इसमें बताया गया है कि वाटर लेवल कुल 2 प्रतिशत बढ़ा है. हालांकि CWC ने कहा है कि इन जलाशयों का कुल स्टोरेज लेवल पिछले साल की तुलना में गिर गया है. फिलहाल जो 2 परसेंट बढ़ोतरी के आंकड़े सामने आए हैं. वह मौजूदा स्टोरेज लेवल की तुलना में देखे गए आंकड़े हैं. अगर पिछले साल के स्टोरेज लेवल से आज का जल स्तर नापेंगे तो यह कम ही दिखेगा.
मौसम विभाग की मानें तो कल यानी 12 जुलाई को 9 राज्यों में भारी बारिश का अनुमान है. इनमें पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, बिहार, अरुणाचल प्रदेश,असम, मेघालय, गोवा और महाराष्ट्र शामिल है. 12 जुलाई को पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और ओडिशा में तेज हवा, तूफान और बिजली गिरने का अनुमान रहेगा.