Swami Prasad Maurya: अपने बयानों की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने यह जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्ट एक्स पर साझा की है. जहां उन्होंने लिखा है कि पार्टी में शामिल होने के समय से ही मैंने पार्टी को आगे बढ़ाने का काम किया है. 'मैं आगे से बिना पद के भी पार्टी के लिए काम करता रहूंगा.'
पार्टी पर लगाया भेद-भाव का आरोप
स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी के कई नेताओं का बिना नाम लिए कटाक्ष करते हुए लिखा है कि लोगों ने मेरे बनान को निजी करार दे दिया. फिर अन्य राष्ट्रीय महासचिवों का बयान पार्टी का कैसे हो गया. इससे बहुत से कार्यकर्ताओं का हौसला टूटा है. अत: जब मेरा बयान व्यक्तिगत है तो महत्वहीन पद का क्या मतलब. इसलिए मैं सपा के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा दे रहा हूं.
नारा बाबा साहब-कांशी राम के बताए रास्ते पर चला
उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और पार्टी को एक्स पर टैग करते हुए लिखा कि वो जबसे पार्टी में शामिल हुए हैं तभी से उन्होंने बाबा साहब डॉ अंबेडकर के बहुजन हिताय-बहुजन सुखाय की बात की है. साथ ही डॉ राम मनोहर लोहिया और जगदेव बाबू कुशवाहा की मांगों को पूरा करने की लकीर खींची थी. इसको देखते हुए मैंने भी नारा दिया था कि पच्चासी तो हमारा है, 15 में बंटवारा है.
संज्ञानार्थ,@yadavakhilesh@samajwadiparty pic.twitter.com/SYPBhEvhe8
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) February 13, 2024