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Indian Navy: सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया ने नौसेना की पहली महिला फाइटर पायलेट बन रचा इतिहास, उड़ाएंगी ये घातक लड़ाकू विमान

3 जुलाई 2025 को आयोजित बेसिक हॉक कन्वर्जन कोर्स के विंगिंग समारोह में सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया और लेफ्टिनेंट अतुल कुमार ढुल को रियर एडमिरल जनक बेवली, एसीएनएस (एयर) द्वारा प्रतिष्ठित 'विंग्स ऑफ गोल्ड' सम्मान से नवाजा गया.

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Edited By: Garima Singh
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Indian Navy: भारतीय नौसेना ने इतिहास रचते हुए सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया को अपनी पहली महिला फाइटर पायलट के रूप में घोषित किया है. आस्था पूनिया अब भारत के विमानवाहक पोतों, जैसे आईएनएस विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य, से मिग-29K या राफेल फाइटर जेट के नौसैनिक संस्करण को उड़ाने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त करेंगी.

3 जुलाई 2025 को आयोजित बेसिक हॉक कन्वर्जन कोर्स के विंगिंग समारोह में सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया और लेफ्टिनेंट अतुल कुमार ढुल को रियर एडमिरल जनक बेवली, एसीएनएस (एयर) द्वारा प्रतिष्ठित 'विंग्स ऑफ गोल्ड' सम्मान से नवाजा गया. नौसेना ने अपने बयान में कहा, "सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया नौसेना विमानन के लड़ाकू विमान में पहली महिला बन गई हैं, जिन्होंने बाधाओं को तोड़ दिया है और नौसेना में महिला लड़ाकू पायलटों के एक नए युग का मार्ग प्रशस्त किया है." यह सम्मान न केवल उनकी कड़ी मेहनत का प्रमाण है, बल्कि नौसेना के समावेशी दृष्टिकोण को भी रेखांकित करता है.

प्रशिक्षण और तैयारी

आस्था पूनिया का प्रशिक्षण हॉक 132 एडवांस्ड जेट ट्रेनर पर हुआ, जिसे भारतीय नौसेना 2013 से सैन्य पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए उपयोग करती है. यह अत्याधुनिक प्रशिक्षण विमान पायलटों को उच्च स्तरीय युद्धक कौशल प्रदान करता है. आस्था ने इस कठिन प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा कर नौसेना विमानन में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. उनकी यह उपलब्धि युवा महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी, जो सशस्त्र बलों में अपने सपनों को साकार करना चाहती हैं.

नौसेना में लैंगिक समावेशिता

भारतीय नौसेना ने पहले ही समुद्री टोही विमानों और हेलीकॉप्टरों में महिला पायलटों और नौसेना वायु संचालन अधिकारियों को शामिल किया है. आस्था पूनिया का फाइटर पायलट के रूप में चयन नौसेना की 'नारी शक्ति' को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. नौसेना ने अपने बयान में कहा, "लड़ाकू स्ट्रीम में प्रशिक्षण के लिए चयनित सब लेफ्टिनेंट पूनिया ने नौसेना विमानन में लैंगिक समावेशिता और समानता और अवसर की संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रति नौसेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है."

भारतीय नौसेना के विमानवाहक पोत

भारतीय नौसेना वर्तमान में दो विमानवाहक पोतों - आईएनएस विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य - का संचालन करती है. इन पोतों से संचालित होने वाले मिग-29K, मिग-29 लड़ाकू जेट का नौसैनिक संस्करण है, जो भारतीय वायु सेना के साथ दशकों से सेवा में है. आस्था पूनिया का प्रशिक्षण उन्हें इन शक्तिशाली जेट्स को उड़ाने के लिए तैयार करेगा, जो नौसेना की रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करेंगे.

नया युग, नई प्रेरणा

सब लेफ्टिनेंट आस्था पूनिया की यह उपलब्धि भारतीय नौसेना के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय है. उनकी सफलता न केवल नौसेना में महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि दृढ़ संकल्प और कठिन परिश्रम से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है. यह उपलब्धि देश की युवा पीढ़ी, विशेष रूप से महिलाओं, के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है.