सिक्किम के पाकयोंग जिले में स्थित याकटेन गांव को 14 जुलाई 2025 को भारत का पहला डिजिटल नोमैड गांव घोषित किया गया. इस पहल ने सिक्किम को डिजिटल प्रोफेशनल के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
'नोमैड सिक्किम' पहल
डिजिटल सुविधाओं का विस्तार
पाकयोंग के जिला कलेक्टर रोहन रमेश ने परियोजना के शुभारंभ समारोह में कहा, "यदि हम स्थिर इंटरनेट और बिजली सुनिश्चित करें, तो रिमोट वर्कर्स मौसम की परवाह किए बिना इस शांत वातावरण में रहने आएंगे." उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने दो इंटरनेट लाइनें स्थापित की हैं और पूरे गांव में वाई-फाई कनेक्टिविटी सुनिश्चित की गई है. इसके अलावा, निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए इनवर्टर लगाए गए हैं. गंगटोक से 32 किमी दूर इस गांव में जल संकट को दूर करने के लिए जल जीवन मिशन के तहत दीर्घकालिक योजना बनाई गई है.
होमस्टे संचालकों को राहत
याकटेन गांव पर्यटन सहकारी समिति के अध्यक्ष ज्ञान बहादुर सुब्बा ने कहा, "इस पहल से होमस्टे संचालकों और अन्य सेवा प्रदाताओं की आर्थिक मुश्किलें खत्म होंगी." उन्होंने जोड़ा, "सरकार को इस पहल को बढ़ावा देने के साथ-साथ पेयजल और अन्य बुनियादी समस्याओं का समाधान करना चाहिए." ग्नाथांग-माचोंग के विधायक पामिन लेपचा ने भी शुभारंभ समारोह में हिस्सा लिया.
सिक्किम का नया अध्याय
यह पहल न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि सिक्किम को वैश्विक डिजिटल नोमैड समुदाय के लिए एक आकर्षक गंतव्य बनाएगी. याकटेन अब रिमोट वर्किंग और प्राकृतिक सुंदरता का अनूठा संगम पेश करता है.