Kargil Vijay Diwas: कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने देश को संबोधित करते हुए सशस्त्र सेनाओं की संकल्पबद्धता और भारत के नए सैन्य दृष्टिकोण को स्पष्ट शब्दों में रखा. उन्होंने कहा, "दुश्मन अब आंख उठाकर नहीं देख सकता. यह नए भारत का संकल्प है. हमने हमेशा शांति का अवसर दिया है, लेकिन कायरता का जवाब पराक्रम से दिया."
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की निर्णायक सैन्य प्रतिक्रिया बताते हुए कहा कि यह सिर्फ जवाब नहीं, बल्कि एक स्पष्ट संदेश भी है. उन्होंने बताया कि भारत ने सरकार से मिली रणनीतिक स्वतंत्रता के तहत पाकिस्तान और पीओजेके में आतंकियों के खिलाफ सटीक और असरदार हमला किया, बिना किसी नागरिक हानि के 9 आतंकियों को मार गिराया गया.
जनरल द्विवेदी ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से 7 से 9 मई के बीच हुई सैन्य गतिविधियों का भारतीय सेना ने त्वरित और निर्णायक जवाब दिया. उन्होंने भारतीय वायुसेना, नौसेना और अन्य एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह "नेशनल अप्रोच" का सफल उदाहरण है.
भविष्य के लिए सेना की तैयारी पर उन्होंने बताया कि नई ब्रिगेड्स और बटालियन का गठन हो रहा है, जिनमें स्पेशल फोर्सेस, दिव्यास्त्र बैटरियां और ड्रोन रहेंगी. उन्होंने बताया कि आर्मी एयर डिफेंस को स्वदेशी मिसाइल सिस्टम से लैस किया जा रहा है और वर्ष 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार करने में सेना अग्रणी भूमिका निभाएगी.
लद्दाख में हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर विकास की जानकारी देते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि ड्यूल यूज सड़कें, पुल और मोबाइल नेटवर्क बनाए जा रहे हैं. वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती गांवों में टूरिज्म, रोजगार और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया जा रहा है.
उन्होंने सेना वेटरन्स का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें राष्ट्र निर्माण का स्तंभ बताया और युवाओं को टूर गाइड, एडवेंचर स्पोर्ट्स और पर्वतारोहण में प्रशिक्षित कर आत्मनिर्भर बनाने की योजना साझा की।
कारगिल विजय दिवस पर सेना प्रमुख ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का उल्लेख करते हुए भारत की सैन्य शक्ति और आत्मनिर्भरता का परिचय दिया. लद्दाख से लेकर सीमाओं तक सेना न केवल रक्षा कर रही है, बल्कि विकास में भी सहभागी बनी है.