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Republic Day 2025: संविधान लागू करने के लिए क्यों चुनी गई 26 जनवरी? जानें क्या है इसके पीछे का ‘राज’?

गणतंत्र दिवस भारत के इतिहास, संघर्ष और एकता का प्रतीक है. यह दिन न केवल हमारे संविधान के महत्व को याद दिलाता है, बल्कि यह हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है. इस दिन की परेड, झांकियाँ और कार्यक्रम भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ें और संप्रभुता की पहचान बन चुके हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
 26 जनवरी की ऐतिहासिक महत्ता और समर्पण
Courtesy: X@SpokespersonMoD

Republic Day 2025: भारत का गणतंत्र दिवस, 26 जनवरी, देश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. वहीं, इस साल 2025 में, भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाएगा. यह दिन देश के संविधान का प्रतीक है और भारत को एक संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित करता है. इस दिन गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर परेड होती है, झंडा फहराया जाता है और अलग-अलग राज्यों की झांकियां निकलती हैं.

दरअसल, भारत का संविधान 2 साल 11 महीने और 18 दिन में बनकर 26 नवंबर 1949 को तैयार हो गया था. लेकिन फिर इसे लागू करने के लिए 26 जनवरी का दिन ही क्यों चुना गया? आइए जानते हैं इस तारीख के पीछे की कहानी. वहीं, इस दिन हर साल भारत में गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड होती है, ध्वजारोहण होता है और अलग-अलग राज्यों की झांकियां निकाली जाती हैं. इन्हें देखकर हर किसी के दिल में देशभक्ति की भावना हिलोरें लेने लगती है. हर किसी का मन अपने देश के प्रति प्रेम और सम्मान से भर जाता है. कर्तव्य पथ का यह नजारा देखने लायक होता है.

26 जनवरी का ऐतिहासिक महत्व

26 जनवरी 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज की घोषणा की.  इस दिन को पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया गया. भारत की आज़ादी के बाद संविधान सभा ने देश के संविधान का मसौदा तैयार करने का काम शुरू किया. संविधान को 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया.  26 जनवरी को संविधान लागू करके भारत ने ब्रिटिश शासन से आजादी के लिए अपना संघर्ष पूरा किया और एक नए युग की शुरुआत की. इस दिन को चुनकर देश 1930 के पूर्ण स्वराज दिवस को भी याद करता है.

जानिए गणतंत्र दिवस का क्या है महत्व?

गणतंत्र दिवस भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों का जश्न मनाता है. यह दिन हमें याद दिलाता है कि हम सभी समान हैं और देश के शासन में हमारी हिस्सेदारी है. यह दिन देश की विभिन्न जातियों, धर्मों और संस्कृतियों को एकजुट होने का अवसर प्रदान करता है. गणतंत्र दिवस हमें हमारे संविधान के महत्व की याद दिलाता है, जो हमारे अधिकारों और कर्तव्यों को परिभाषित करता है.

गणतंत्र दिवस कैसे मनाया जाता है?

गणतंत्र दिवस पर भव्य परेड आयोजित की जाती है, जिसमें सशस्त्र सेनाएं, कई राज्यों की झांकियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल होते हैं. इस दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है. इस दौरान देश भर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.