Rajasthan News: सेना का एक जवान, जिसके बारे में माना जा रहा था कि उसकी मौत एक कार दुर्घटना में हुई थी, छह दिन बाद अचानक फिर से सामने आया, लेकिन सोमवार को इलाज के दौरान झुंझुनू के एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई. मामला राजस्थान के झुंझुनू का है. पुलिस के मुताबिक, कार हादसे में जिसकी मौत हुई थी, वो सेना के जवान का दोस्त था, जिसकी सेना के जवान ने ही हत्या की थी और अपनी मौत की झूठी कहानी फैलाई थी.
सेना के जवान की पहचान 25 साल के विकास भास्कर के रूप में हुई है. विकास झुंझुनू जिले के कंवरपुरा बालाजी गांव का रहने वाला था. दरअसल, 24 मार्च को झुंझुनू जिले के डूंडलोद शहर में एक कार में आग लगने से एक शख्स की मौत हो गई थी. माना जा रहा था कि कार में जलकर जिसकी मौत हुई है, वो विकास भास्कर ही है. परिजन ने उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया था.
पुलिस ने बताया कि जिस जवान को मृत माना जा रहा था, वो अचानक सोमवार को अस्पताल में एडमिट हुआ, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. झुंझुनू के एसपी राज ऋषि वर्मा ने कहा कि हमें जानकारी मिली थी कि विकास भास्कर ने 24 मार्च को अपनी मौत की झूठी कहानी रची थी और हमारी टीम मामले की जांच कर रही थी. इस बीच, सोमवार को विकास घर लौटा और जब पुलिस उसके घर पहुंची तो वो बीमार पाया गया. इसके बाद, उसे मुकुंदगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां से उसे गंभीर हालत में झुंझुनू के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया.
मेडिकल टीम ने पोस्टमार्टम के बाद जवान का शव परिजनों को सौंप दिया. पुलिस ने कहा कि मौत का कारण उसकी विसरा रिपोर्ट के आधार पर पता चलेगा. हालांकि, कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पकड़े जाने के डर से विकास भास्कर ने जहर खा लिया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
आरोप लगाया गया था कि विकास भास्कर ने इंश्योरेंस क्लेम की 1.5 करोड़ रुपये की रकम के लिए अपने दोस्त महेश मेघवाल की हत्या कर दी. इसके बाद कार को आग के हवाले कर अपनी मौत की ऐसी झूठी साजिश रची कि पुलिस को लगे की उसकी मौत हो चुकी है और जीवन बीमा की 1.5 करोड़ की रकम घरवालों को मिल जाए. हालांकि, एसपी ने कहा कि ये साबित होना बाकि है कि क्या जवान की जली हुई कार में मिले व्यक्ति की हत्या उसी ने की थी. उसने अपनी मौत का नाटक क्यों रची, इसकी जांच चल रही है. पूछताछ से पहले ही सोमवार को उनकी मौत हो गई. अभी ये पता लगाना बाकी है कि क्या कार में मिली लाश उसके दोस्त महेश मेघवाल की थी, जो लापता है.
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला कि विकास भास्कर श्रीनगर में तैनात था और उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग में 15 लाख रुपये का नुकसान हुआ था. घाटे की भरपाई के लिए उसने एक बीमा पॉलिसी खरीदी और अपने चचेरे भाई रमेश उर्फ सोनू की मदद से अपनी मौत की झूठी कहानी रची. पुलिस सूत्रों ने बताया कि दोनों ने महेश की हत्या की और कार में उसकी लाश को रखकर आग लगा दी.
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