Zika Virus: पुणे के यरवदा में एक 31 वर्षीय गर्भवती महिला जीका वायरस से संक्रमित पाई गई है. अब तक पुणे में जीका संक्रमण के मामले बढ़कर 12 तक पहुंच गए हैं. जिले में लगातार संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के लिए यह चिंता का विषय बनता जा रहा है.
12 संक्रमितों में से 6 गर्भवती महिलाएं है. पुणे नगर निगम के अनुसार, गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस भ्रूण में माइक्रोसेफली पैदा कर सकता है, खासकर अगर संक्रमण पहली तिमाही में होता है.
नगर निगम स्वास्थ्य अधिकारी ने जीता संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कहा- "PMC ने निजी अस्पतालों के साथ एक बैठक की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक मामले की सूचना नगर निगम को समय पर दी जाए. जानकारी पाकर नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी निवारक उपाय शुरू कर सकेंगे."
बुखार, शरीर में लाल दाने और बॉडी में पेन जैसे लक्षण दिखने के बाद गर्भवती महिला 29 जून को प्राइवेट अस्पताल पहुंची थी. महिला के ब्लड सैंपल को जांच के लिए भेजा गया. PMC ने महिला के सैंपल को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजा. इसके बाद पता चला की गर्भवती महिला जीका वायरस से संक्रमित है.
जीका बढ़ते मामलों पर पुणे मुंसिपल कॉरपोरेशन के सहायक स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा- PMC ने 10,000 से अधिक घरों की जांच की है, जिनमें से 311 में मच्छरों के प्रजनन स्थल पाए गए. अब तक निरीक्षण किए गए 30,000 कंटेनरों में से 437 में मच्छरों का प्रजनन पाया गया है. मच्छरों के प्रजनन स्थलों को आश्रय देने वाले 129 लोगों को नोटिस भी जारी की गई है. नोटिस जारी करने के साथ 1.12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है.
जीका वायरस का संक्रमण कुछ खास तरह के मच्छरों, एडीज एजिप्टी और एडीज एल्बोपिक्टस से फैलता है. यह वायरस ए.ई. एजिप्टी और ए. एल्बोपिक्टस मच्छरों के काटने से फैलता है. गर्भवती महिलाएं अगर जीका से संक्रमित हो जाती है तो इसका भ्रूण तक भी फैल सकता है. अगर कोई पुरुष इससे संक्रमित हुआ है तो उसके स्पर्म में यह वायरस 30 दिनों तक रह सकता है. इस दौरान शारीरिक संबंध बनाने से यह ट्रांसफर हो सकता है.