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India Daily
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प्रज्वल ये तूने क्या किया? पोते की 'बदमाशी' ऐसी कि दादा देवेगौड़ा को करना पड़ा 'बेघर'

Prajwal Revanna Suspended From JDS: पिछले कुछ दिनों से अचानक चर्चा में आए प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ आखिरकार जनता दल सेक्युलर (JDS) ने एक्शन ले ही लिया. यौन शोषण, धमकाने और जबरन यौन शोषण के वीडियो रिकार्ड करने के मामले में उन्हें जांच पूरी होने तक पार्टी बाहर निकाल दिया गया है. फिलहाल, प्रज्वल रेवन्ना देश से फरार बताए जा रहे हैं.

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Om Pratap
Prajwal Revanna suspended from JDS

Prajwal Revanna Suspended From JDS: कहते हैं कि दादा-पोते का रिश्ता पिता-पुत्र के रिश्ते से ज्यादा मजबूत होता है. एक दादा अपने पोते को बेइंतहा प्यार करता है, उसकी हर मुश्किलों से रक्षा करता है. लेकिन जरा सोचिए कि 90 साल के बुजुर्ग दादा को अपने ही पोते के खिलाफ अगर भारी मन से काफी बड़ा और कड़ा फैसला लेना पड़े, तो उस पर क्या गुजरेगी? कुछ ऐसी ही सिचुएशन को आज पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा फेस कर रहे होंगे. जनता दल सेक्युलर के संरक्षक एचडी देवेगौड़ा की सहमति के बाद उनके पोते और हासन लोकसभा सीट से सासंद प्रजव्ल रेवन्ना को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. ये भी कहा जाता है कि दादा की संपत्ति में बेटे से ज्यादा हक पोते का होता है, लेकिन दादा की पार्टी (संपत्ति) ही प्रज्वल के खिलाफ हो गई. 

सूत्रों की मानें तो देवेगौड़ा अपने ही पोते के लिए इस तरह का बड़ा और कड़ा फैसला लेने के लिए मजबूर हो गए थे. मजबूर भी इसलिए क्योंकि पोते की 'करतूत' ही कुछ ऐसी है. प्रज्वल पर एक या दो नहीं बल्कि 300 से ज्यादा महिलाओं के यौन शोषण, धमकी, जबरन यौन शोषण का वीडियो बनाने जैसे सनसनीखेज आरोप हैं. पीड़िताओं में न सिर्फ जेडीएस की महिला कार्यकर्ताएं हैं, बल्कि महिला पुलिस इंस्पेक्टर से लेकर जीएसटी कमिश्नर की पत्नी तक शामिल हैं.

महिलाओं से ज्यादती वाले वीडियोज के वायरल होने के बाद न सिर्फ प्रज्वल के समर्थकों, हासन लोकसभा सीट की जनता को ठेस पहुंचा बल्कि उनके दादा और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा भी काफी आहत बताए जा रहे हैं. देवेगौड़ा की ओर से प्रज्वल को पार्टी से बाहर निकाले जाने के फैसले के पीछे मजबूरी ये भी कि पोता प्रज्वल जांच में शामिल होने के बजाए देश छोड़कर फरार हो गया. हालांकि, विदेश जाने से पहले आरोपों पर पुलिस के सवालों का जवाब देते हुए प्रज्वल ने कहा कि वायरल वीडियोज फर्जी हैं और उन्हें बदनाम करने के लिए ये सब किया गया है. 

दादा ने मन को किया मजबूत और जेडीएस कोर कमेटी ने सुना दिया फैसला

प्रज्वल के खिलाफ कार्रवाई के लिए कर्नाटक की जनता सड़कों पर थी. अब चूंकि प्रज्वल देश में हैं, नहीं तो पुलिस के पास कार्रवाई के लिए कुछ बचा नहीं था. ऐसे में जनता दल सेक्युलर पर एक्शन लेने का काफी दबाव था. ऐसे में आपसी सलाह-मशविरा के बाद एचडी देवेगौड़ा ने अपने ही पोते को पार्टी से जांच पूरी होने तक बाहर करने का फैसला लिया, जिसे मंगलवार को कोर समिति की बैठक में सार्वजनिक कर दिया गया. JDS की कोर कमिटी के सदस्य जीटी देवेगौड़ा ने बताया कि राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है, जो अपना काम कर रही है. हमारी पार्टी जांच में पूरा सहयोग कर रही है और आगे भी करेगी. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी महिलाओं के खिलाफ अपराध के सख्त खिलाफ है. आखिर में उन्होंने वीडियोज के वायरल होने और पेनड्राइव के बांटे जाने की टाइमिंग पर सवाल भी उठाए और पूछा कि आखिर चुनाव के वक्त ही क्यों?

देवेगौड़ा के मन की स्थिति समझिए... पोता तो पोता... बेटा भी करतूत में शामिल

90 साल के एचडी देवेगौड़ा की मन की स्थिति को समझना यहां जरूरी है. 33 साल का अविवाहित पोते पर इस काले करतूत में लिप्त होने का आरोप तो है ही, उसके पिता एचडी रेवन्ना को भी आरोपी नंबर एक बनाया गया है. बेटे के विदेश जाने के सवाल पर एचडी रेवन्ना का कहना है कि प्रज्वल का विदेश जाने का पहले से प्लान था. उसे एसआईटी के गठन और FIR दर्ज होने की कोई जानकारी नहीं थी. उन्होंने कहा कि अगर उससे पूछताछ के लिए एसआईटी बुलावा भेजेगी, तो वो जांच में सहयोग के लिए विदेश से जरूर भारत आएगा.

अब संक्षेप में जान लीजिए पूरा 'पेनड्राइव स्कैंडल'

दरअसल, कर्नाटक की राजनीति में चर्चा में बना 'पेनड्राइव स्कैंडल' उस वक्त सामने आया, जब एचडी रेवन्ना के घर पर काम करने वाली एक महिला ने FIR दर्ज कराई. महिला ने एचडी रेवन्ना और उनके बेटे प्रज्वल के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाया. शिकायत के बाद कर्नाटक पुलिस ने IPC की धारा 354(A) यानी यौन शोषण, 354(D) यानी पीछा करना, 506 यानी धमकाना और 509 यानी बोलकर या इशारों से महिला की गरिमा का अपमान करने के तहत FIR.दर्ज की. आरोप लगाने वाली पीड़िता ने खुद को एचडी रेवन्ना की पत्नी भवानी का रिश्तेदार भी बताया है. 

महिला की ओर से FIR दर्ज कराने के आसपास प्रज्वल से जुड़े कुछ आपत्तिजनक वीडियो वाले पेनड्राइव इलाके में बांटे गए और कई जगहों पर फेंके हुए भी मिले. ये सब तब सामने आया, जब लोकसभा चुनाव के दूसरे फेज के लिए 26 अप्रैल को हासन लोकसभा सीट पर वोटिंग हो चुकी थी. प्रज्वल इस सीट से एनडीए के उम्मीदवार भी हैं. वीडियो सामने आने के बाद राज्य महिला आयोग ने SIT बनाने की सिफारिश की, जिसके बाद कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने SIT का गठन कर दिया.

अब प्रज्वल रेवन्ना के बारे में भी जान लीजिए

प्रज्वल रेवन्ना, देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते और जेडीएस विधायक एचडी रेवन्ना के बेटे हैं. उनके चाचा एचडी कुमारस्वामी कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं. 2014 में बंगलुरु इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से प्रज्वल रेवन्ना ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रैजुएशन किया था. इसके बाद उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में आगे की पढ़ाई शुरू की, लेकिन राजनीति में एंट्री के लिए पढ़ाई छोड़ दी. 2019 में जनता दल (सेक्युलर) ने प्रज्वल को कर्नाटक महासचिव नियुक्त किया. 2019 में प्रज्वल के दादा एचडी देवेगौड़ा ने हासन लोकसभा सीट उन्हें दे दी और खुद चुनाव लड़ने तुमकुर चले गए. प्रज्वल ने पहली बार में ही जीत हासिल की और जेडीएस के कुल 6 प्रत्याशियों में से जीत दर्ज करने वाले एकमात्र उम्मीदवार बने.