PM Narendra Modi in Gujarat Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गुजरात यात्रा चल रही है. इस दौरान गुजरात में एक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कश्मीर में आतंकवादियों से 1947 में ही सही तरीके से निपटा जाना चाहिए था. जिस समय विभाजन के बाद पहला आतंकवादी हमला हुआ था और आज भारत जिस स्थिति का सामना करना कर रहा है, वह उसी समय का बड़ा रूप है. इसने दशकों से देश को त्रस्त किया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल ने इसे लेकर तर्क भी दिया था. उन्होंने कहा था कि 1947 में पाकिस्तान के खिलाफ सेना का आक्रमण पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस लिए बिना आगे नहीं बढ़ना चाहिए था, लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने उनकी सलाह को नजरअंदाज कर दिया.
#WATCH गांधीनगर, गुजरात: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "1947 में जब मां भारती के टुकड़े हुए, 'कटनी चाहिए थी जंजीरें लेकिन काट दी गई भुजाएं'। देश के 3 टुकड़े कर दिए गए। उसी रात पहला आतंकवादी हमला कश्मीर की धरती पर हुआ। मां भारती का एक हिस्सा आतंकवादियों के बलबूते पर… pic.twitter.com/7xmpOl7XL9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 27, 2025
पीएम मोदी ने आगे कहा कि 1947 में जब भारत माता का विभाजन तीन हिस्सों में हुआ था तो उसी रात कश्मीर की धरती पर पहला आतंकवादी हमला हुआ था. भारत माता के एक हिस्से पर पाकिस्तान ने मुजाहिद्दीन के नाम पर जबरन कब्जा कर लिया था. उसी दिन उन मुजाहिद्दीनों को मौत के गड्ढे में फेंक दिया जाना चाहिए था.
प्रधानमंत्री ने कहा कि और सरदार पटेल की इच्छा थी कि जब तक पीओके वापस नहीं ले लिया जाता, सेना को रुकना नहीं चाहिए. लेकिन सरदार साहब की बात नहीं मानी गई. ये मुजाहिद्दीनों खून-खराबा पिछले 75 वर्षों से कर रह हैं. पहलगांव में जो हुआ वह उसी का विकृत रूप है.