PM Modi Address To Nation: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम पांच बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी अपने संबोधन में जीएसटी के रिफॉर्म पर बात कर सकते हैं, क्योंकि देश में कल से जीएसटी 2.0 की नई दरें लागू होने वाली हैं. हालांकि, भाषण का विवरण अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया.
उनका यह संबोधन नवरात्रि की पूर्व संध्या पर होगा, जिस दिन से जीएसटी दरों में कटौती लागू होगी और कई उत्पादों की कीमतों में कमी आने की संभावना है.
जीएसटी सुधारों का नया सेट - पहले के चार स्लैब से दो स्लैब तक - 22 सितंबर (सोमवार) से नवरात्रि के पहले दिन से लागू होने वाला है. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री का यह संबोधन ऐसे समय में होगा जब पिछले कुछ महीनों में अमेरिका के साथ भारत के संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं. इसकी वजह यह है कि वाशिंगटन ने रूसी तेल की खरीद को लेकर नई दिल्ली पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है, जिसमें 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क भी शामिल है. अमेरिका और अन्य देशों ने 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को लेकर उस पर प्रतिबंध लगा दिए हैं. हालांकि ये सारे मुद्दे कयास लगाए जा रहे हैं कि हो सकता है पीएम आज इन्हीं विषयों पर चर्चा करेंगे.
Prime Minister Narendra Modi will address the nation today at 5 pm. pic.twitter.com/YFJc7fLdVu
— ANI (@ANI) September 21, 2025
आगामी संबोधन ऐसे समय में हो रहा है जब ट्रंप प्रशासन ने नए एच-1बी वीजा आवेदनों के लिए वार्षिक शुल्क बढ़ाकर 100,000 अमेरिकी डॉलर (88 लाख रुपये से अधिक) कर दिया है, जिससे भारतीयों में अफरा-तफरी और घबराहट फैल गई है, जो एच-1बी धारकों में बहुसंख्यक हैं.
इसके बाद, ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट किया कि एच-1बी वीज़ा के लिए नया 1,00,000 अमेरिकी डॉलर का शुल्क मौजूदा वीज़ा धारकों पर लागू नहीं होगा और यह केवल नए आवेदनों के लिए एकमुश्त भुगतान होगा. प्रशासन ने यह भी कहा कि जो वीज़ा धारक वर्तमान में अमेरिका से बाहर हैं, उन्हें भी देश में दोबारा प्रवेश के लिए शुल्क का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है.
एच-1बी वीजा आवेदनों पर टैरिफ लगाने और 100,000 अमेरिकी डॉलर का भारी शुल्क लगाने के अमेरिका के फैसले का अप्रत्यक्ष रूप से जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन अन्य देशों पर उसकी निर्भरता है. उन्होंने सेमीकंडक्टर से लेकर जहाज निर्माण तक के क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता का आग्रह किया.