प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार को नमीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशियंट वेलविट्सचिया मिराबिलिस' से नवाजा गया. यह सम्मान नमीबिया के राष्ट्रपति नेतुम्बो नांदी-नदइतवाह ने प्रदान किया. यह पुरस्कार पीएम मोदी को मई 2014 में पदभार ग्रहण करने के बाद से मिला 27वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है.
नमीबिया यात्रा का महत्व
पीएम मोदी अपनी पांच देशों की यात्रा के अंतिम चरण में नमीबिया पहुंचे. यह उनकी नमीबिया की पहली यात्रा है और भारत से किसी प्रधानमंत्री की तीसरी यात्रा है. इस दौरे ने दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने का अवसर प्रदान किया.
#WATCH | Windhoek: PM Narendra Modi conferred with the Order of the Most Ancient Welwitschia Mirabilis, the highest civilian award of Namibia. President of Namibia, Dr Netumbo Nandi-Ndaitwah presented the award to him.
— ANI (@ANI) July 9, 2025
(Video: ANI/DD News) pic.twitter.com/t6e7IAHauq
द्विपक्षीय वार्ता और समझौते
दिन में पहले, पीएम मोदी और राष्ट्रपति नांदी-नदइतवाह ने द्विपक्षीय वार्ता की, जिसके बाद दोनों देशों ने ऊर्जा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए. इन समझौतों से भारत-नमीबिया संबंधों में नई गति आएगी. वैश्विक सम्मान की श्रृंखला"ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एंशियंट वेलविट्सचिया मिराबिलिस" पीएम मोदी के वैश्विक कद का एक और प्रमाण है. 2014 से अब तक उन्हें 27 देशों से सम्मान मिल चुके हैं, जो उनकी कूटनीतिक उपलब्धियों और भारत की बढ़ती वैश्विक उपस्थिति को दर्शाता है. यह सम्मान न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि भारत की सॉफ्ट पावर और वैश्विक नेतृत्व का प्रतीक भी है.
भारत-नमीबिया संबंध
नमीबिया के साथ भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध रहे हैं. इस यात्रा और सम्मान ने दोनों देशों के बीच सहयोग के नए द्वार खोले हैं. पीएम मोदी की यह यात्रा भारत की 'एक्ट ईस्ट' नीति और वैश्विक दक्षिण के साथ साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.