नई दिल्ली: डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने मांग की है कि जम्मू-कश्मीर में जल्द विधानसभा का चुनाव होना चाहिए. यह केंद्र शासित प्रदेश के लिए जरूरी है. गुलाम नबी आजाद ने बड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा "'पिछले साल मैंने 500-600 सार्वजनिक बैठकें की होंगी. हमने हर जगह मांग की है कि यहां चुनाव जरूरी है. केवल विधायिका ही काम कर सकती है. अधिकारी अच्छे प्रशासक होते हैं, लेकिन अगर वे विधायक बनकर व्यवहार करेंगे तो सचिवालय को नुकसान होगा इसलिए उन्हें अपना काम करना चाहिए और विधायकों का चुनाव होना चाहिए''
#WATCH | Srinagar, J&K: On Jammu & Kashmir Election, Democratic Progressive Azad Party (DPAP) Chairman, Ghulam Nabi Azad says, "In last year, I may have done 500-600 public meetings... We have made a demand everywhere that an election is necessary here. Only the legislature can… pic.twitter.com/FFTEjkhKLX
— ANI (@ANI) October 21, 2023
इससे पहले जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा था "जब तक अनुच्छेद 370 बहाल नहीं हो जाता, मैं कभी भी विधानसभा चुनाव नहीं लडूंगी. जब भी मैंने विधानसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली, वह दो संविधानों, जम्मू-कश्मीर संविधान और भारत के संविधान, एक ही समय में दो झंडों के साथ शपथ ली थी"
इससे पहले 13 विपक्षी दलों ने भारतीय चुनाव आयोग से जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने का आग्रह किया था. इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा “मैंने स्पष्ट रूप से कहा था कि चुनाव के बाद जम्मू-कश्मीर में राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा. केंद्र शासित प्रदेश में मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया पूरी होने वाली है. अब चुनाव आयोग को चुनाव पर फैसला लेना है.”
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