तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने शनिवार को विपक्ष के आरोपों का करारा जवाब दिया, जिसमें मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की नीति आयोग की बैठक में भागीदारी पर सवाल उठाए गए थे. उन्होंने जोर देकर कहा कि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) का नेतृत्व न तो प्रवर्तन निदेशालय (ED) से डरता है और न ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से. पत्रकारों से बात करते हुए उदयनिधि ने कहा, “वे (मुख्यमंत्री) वहां राज्य के लिए आवश्यक धन प्राप्त करने गए हैं. जैसा कि आमतौर पर होता है, विपक्ष इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहा है.”
विपक्ष के आरोपों का खंडन
‘हम डरने वाले नहीं’
आरोपों को खारिज करते हुए उदयनिधि ने डर के किसी भी सुझाव को सिरे से नकार दिया. उन्होंने कहा, “हम ईडी से नहीं डरते. मैंने कई बार कहा है- न केवल ईडी, हम पीएम मोदी से भी नहीं डरते.” उन्होंने आगे कहा, “उन्होंने हमें धमकाने की कोशिश की, लेकिन हम गुलाम पार्टी नहीं हैं जो समर्पण कर दे. यह पार्टी कलैग्नार द्वारा बनाई गई है, जो पेरियार की विचारधारा में निहित है. केवल दोषी को ही डरना चाहिए. हम हर चीज का कानूनी रूप से सामना करेंगे.”
नीति आयोग की बैठक का महत्व
शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में केंद्र और राज्यों के बीच नीतिगत मुद्दों पर चर्चा हुई. यह बैठक तमिलनाडु जैसे राज्यों के लिए अपनी वित्तीय मांगों को सामने रखने का महत्वपूर्ण मंच है.