NASA ISRO NISAR Mission: भूकंप समेत अन्य आपदाओं से पूर्व उनकी जानकारी देने के लिए NASA और ISRO एक साथ मिलकर सिंथेटिक एपर्चर रडार (NISAR) लॉन्च करने की तैयारी में हैं. इस मिशन को अगले साल यानी 2024 में लॉन्च किया जाएगा. NISAR धरती की निगरानी करने के साथ-साथ पर्यावरण में हो रहे बदलाव का अध्ययन करेगा और भूकंप के साथ-साथ अन्य आपदाओं के बारे में पहले से ही जानकारी दे देगा. इस मिशन का फिलहाल परीक्षण किया जा रहा है.
NASA जेपीएल के निदेशक के अनुसार NISAR को साल 2024 में लॉन्च किया जाएगा. ISRO और NASA द्वारा इसे संयुक्त रूप से तैयार किया गया है. यह पहली बार है जब दोनों देश औपचारिक रूप से एक साथ आकर इतने बड़े मिशन पर काम कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार इस मिशन को 2024 की पहली तिमाही में लॉन्च किया जाएगा, इस मिशन की अवधि तकरीबन 3 महीने की होगी.
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NASA और ISRO द्वारा साल 2024 में लॉन्च किए जाने वाला NISAR एक रडार मशीन है. इस मशीन के जरिए धरती की सतह की निगरानी की जाएगी. इसके जरिए धरती की सतह में हो रहे बदलाव के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी. निसार सैटेलाइट का वजन 2600 किलो होगा. इसके जरिए दुनिया भर के मौसम को लेकर पूर्व में ही जानकारी दे दी जाएगी. इसके साथ-साथ इस बात की भी जानकारी दे दी जाएगी कि किस जगह पर भूकंप, सुनामी या भूस्खलन होने वाला है.
NASA और ISRO के इस संयुक्त मिशन को 2024 में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा. NISAR मिशन लो अर्थ ऑर्बिट तक जाएगा. फिलहाल इसका परीक्षण जारी है. लॉरी लेशन की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार इसे GSLV यानी जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लांच व्हीकल मार्क-II से लांच किया जाएगा.
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