Pakistan Air Pollution: पाकिस्तान के लाहौर में वायु प्रदूषण का संकट गहराने लगा है. पाकिस्तान का सबसे पुराना और सबसे अधिक पढ़ा जाने वाला अंग्रेजी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक थोड़ी राहत के बाद लाहौर एक बार फिर गंभीर वायु प्रदूषण संकट से जूझ रहा है, क्योंकि वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है. लाहौर में बीते पांच दिनों तक अपेक्षाकृत सामान्य AQI का अनुभव किया था. अब अचानक AQI लेवल में वृद्धि देखी गई और सुबह 9 बजे अधिकतम AQI 401 दर्ज किया गया, जिससे इसे सांस लेने के लिए बेहद असुरक्षित माना गया. गहराता वायु प्रदूषण ने लाहौर को वैश्विक स्तर पर सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया है.
50 से नीचे का AQI सांस लेने के लिए सुरक्षित माना जाता है. ऐसे में लाहौर की वर्तमान रीडिंग सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का संकेत देती है. लाहौर शहर के अलग-अलग जगहों पर वायु की गुणवत्ता अलग-अलग दर्ज की गयी है. फिदा हुसैन हाउस में एक्यूआई 364, सैयद मरातिब अली रोड पर 309, सीईआरपी कार्यालय में 282, पोलो ग्राउंड कैंट में 270, लाहौर में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास में 270, लाहौर अमेरिकन स्कूल में 267, नेटसोल एलएचआर2 में 259, पाकिस्तान इंजीनियरिंग सर्विसेज (प्राइवेट) ने एक्यूआई दर्ज किया गया है.
लाहौर में पारंपरिक रूप से सर्दियों के मौसम के दौरान हवा की गुणवत्ता में गिरावट का अनुभव होता है. खासकर अक्टूबर से फरवरी तक. इस अवधि के दौरान पंजाब प्रांत में किसान फसल के अवशेष जलाते हैं, जिससे धुंध फैलती है. मौसम में बदलाव प्रदूषक तत्वों को लंबे समय तक हवा में फंसाकर समस्या को और बढ़ा देता है. लाहौर में वायु प्रदूषण की वजह वाहन और औद्योगिक उत्सर्जन, ईंट भट्टों से निकलने वाला धुआं, फसल अवशेष और सामान्य अपशिष्ट जलाना और निर्माण स्थलों से निकलने वाली धूल शामिल हैं. डॉन के अनुसार, नई सड़कों और इमारतों जैसे बुनियादी ढांचे के विकास के लिए वनों की कटाई भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. वहीं सर्दियों में वायु प्रदूषण तापमान के उलट होने से और भी बदतर हो जाता है, एक ऐसी घटना जहां गर्म हवा की एक परत प्रदूषकों की ऊपर की ओर गति को रोकती है, जिससे उनका संचय होता है."
वायु गुणवत्ता की सुधार की दिशा में औद्योगिक और वाहन उत्सर्जन को कम करना एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में पहचाना जाता है. डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, लाहौर में स्थिति लगातार खराब होती जा रही है, इसलिए वायु प्रदूषण के मूल कारणों को दूर करने और शहर के निवासियों के स्वास्थ्य और कल्याण की रक्षा के लिए तत्काल और समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है.
यह भी पढ़ें: 'बाबरी मस्जिद का विनाश किसके हाथों..?, कांग्रेस ने मुसलमानों को वोट बैंक...', KCR का बड़ा जुबानी हमला