Mumbai Crime News: नवी मुंबई के मानखुर्द में 27 साल की पूनम क्षीरसागर नाम की लड़की की निर्मम हत्या की घटना सामने आई है. पुलिस ने इस मामले में निजामुद्दीन अली को गिरफ्तार किया है, जो पेशे से टैक्सी ड्राइवर है. दावा किया जा रहा है कि आरोपी निजामुद्दीन अली, मृतका पूनम का प्रेमी था. निजामुद्दीन ने ही पूनम को पहले किडनैप किया, फिर उसकी हत्या कर दी. शव को टुकड़ों में बांटा और फेंक दिया.
मामले का खुलासा उस वक्त हुआ, जब 25 अप्रैल को एक शख्स मॉर्निंग वॉक पर निकला था और उसने एक बोरे से बदबू की शिकायत पुलिस को दी. शख्स की शिकायत के बाद पुलिस को रायगढ़ जिले के उरण इलाके में टुकड़ों में पूनम क्षीरसागर की लाश मिली. जांच करने पर पता चला कि पूनम, टैक्सी ड्राइवर निजामुद्दीन अली के साथ रिलेशनशीप में थी. टैक्सी ड्राइवर को पूनम पर दूसरे किसी शख्स से अफेयर का शक था, इसलिए उसने पूनम की हत्या कर दी.
पुलिस के मुताबिक, घटना मुंबई के नागपाड़ा इलाके की है. शुरुआती जांच पड़ताल के बाद आरोपी टैक्सी ड्राइवर निजामुद्दीन को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में निजामुद्दीन ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस के मुताबिक, 27 साल की पूनम क्षीरसागर पूर्वी मुंबई के मानखुर्द की रहने वाली थी और मुंबई के नागपाड़ा में मेड के रूप में काम करती थी.
पुलिस के मुताबकि, 18 अप्रैल की सुबह पूनम काम पर गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी. जब उसके माता-पिता ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि वो जहां काम करती थी, वहां से शाम को निकल गई थी. इसके बाद पूनम के परिजन की ओर से मानखुर्द पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई.
25 अप्रैल को उरण तटीय इलाके में एक सुनसान जगह पर बोरी में एक क्षत-विक्षत शव मिला था. शव का आधा हिस्सा बोरे में था और पूरी तरह सड़ चुका था. उरण पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और पहचान के लिए अलर्ट भेजा. विवरण के आधार पर, मानखुर्द पुलिस पूनम के परिवार तक पहुंची, जिन्होंने उसके कंगन और कपड़ों के कारण उसकी पहचान की. पोस्टमार्टम से पता चला कि पूनम की गला दबाकर हत्या की गई है.
जांच के दौरान, पुलिस अधिकारियों को पता चला कि नागपाड़ा का रहने वाला निज़ाम खान हर दिन मानखुर्द से पूनम को लेता था और उसे नागपाड़ा छोड़ देता था. निजाम ने पुलिस को बताया कि 18 अप्रैल को पूनम काम खत्म कर बाहर आई. इसके बाद वो उसे लेकर खडावली गए थे.
आरोपी निजामुद्दीन ने पुलिस को पहले गुमराह करने की कोशिश की और बताया कि खडावली में डूबने से पूनम की मौत हो गई थी. निज़ामुद्दीन ने बताया कि वो पूनम को सरकारी अस्पताल ले गया, जहां उसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. उसके बाद उसने बताया कि वो काफी डर गया था, इसलिए शव को उरण में फेंक दिया. हालांकि, पुलिस ने जब सख्ती बरती तो उसने पूरी कहानी बयां कर दी. निज़ामुद्दीन ने पूनम की गला घोंटकर हत्या करने और फिर उसके शव को फेंकने की बात स्वीकार की. उसने ये भी बताया कि उसे शक था कि पूनम का किसी के साथ अफेयर चल रहा है. इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस हुई थी, जिसके बाद उसने गला घोंटकर पूनम की हत्या कर दी.