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'मां मेरे सपने में आई, वो मुझे बुला रही', नोट लिखा और 10वीं में 92 फीसदी अंक लाने वाले टॉपर ने कर ली सुसाइड

महाराष्ट्र के सोलापुर में एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया. शुक्रवार को एक 16 साल के किशोर, शिवशरण भुटाली तालकोटी, ने अपनी मां की हालिया मृत्यु से दुखी होकर आत्महत्या कर ली.

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Edited By: Garima Singh
Maharashtra Suicide
Courtesy: x

Maharashtra Suicide: महाराष्ट्र के सोलापुर में एक दुखद घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया. शुक्रवार को एक 16 साल के किशोर, शिवशरण भुटाली तालकोटी, ने अपनी मां की हालिया मृत्यु से दुखी होकर आत्महत्या कर ली. पुलिस के मुताबिक, शिवशरण अपने मामा के घर पर फंदे से लटका हुआ पाया गया. इस घटना ने न केवल परिवार को, बल्कि पूरे समुदाय को गहरे शोक में डुबो दिया. शिवशरण की मां की मृत्यु तीन महीने पहले पीलिया की वजह से हो गई थी. इस दुखद घटना ने किशोर को गहरे अवसाद में धकेल दिया. अधिकारियों को मौके से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें शिवशरण ने अपनी मां के प्रति अपनी गहरी भावनाओं को व्यक्त किया.

नोट में लिखा था, "मैं शिवशरण हूं. मैं मर रहा हूं क्योंकि मैं जीना नहीं चाहता. मुझे अपनी मां के जाते ही चले जाना चाहिए था, लेकिन मैं अपने चाचा और दादी के चेहरे देखकर ज़िंदा रहा. मेरी मौत का कारण यह है कि कल मेरी मां मेरे सपने में आईं. उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं इतना परेशान क्यों हूं और मुझे अपने पास आने को कहा. इसलिए मैंने मरने का सोचा. मैं अपने चाचा और दादी का बहुत आभारी हूं, क्योंकि उन्होंने मेरा बहुत साथ दिया. उन्होंने मुझे बहुत लाड़-प्यार दिया."

परिवार के लिए आखिरी संदेश

सुसाइड नोट में शिवशरण ने अपने चाचा से एक भावुक अनुरोध भी किया. उसने लिखा, "चाचा, मैं मर रहा हूं. मेरे जाने के बाद मेरी बहन को खुश रखना. चाचा, मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूं. दादी को पापा के पास मत भेजना. सब लोग अपना ख्याल रखना. आपने मेरे लिए मेरे माता-पिता से ज़्यादा किया है." नोट के अंत में उसने 'तुम्हारा, पिंट्या' लिखकर हस्ताक्षर किए, जो उसका परिवार द्वारा दिया गया प्यार भरा नाम था. इस नोट ने परिवार के बीच उसके गहरे लगाव और प्रेम को उजागर किया.

एक होनहार छात्र का अधूरा सपना

शिवशरण एक प्रतिभाशाली छात्र था, जो नीट परीक्षा की तैयारी कर रहा था. उसने दसवीं कक्षा में 92 प्रतिशत अंक हासिल किए थे और उसका सपना डॉक्टर बनने का था. उसकी मेहनत और लगन की चर्चा उसके शिक्षकों और सहपाठियों के बीच थी. हालांकि, मां की मृत्यु ने उसके मन पर ऐसा प्रभाव डाला कि वह इस दुख से उबर नहीं पाया.

पुलिस ने शुरू की जांच

सोलापुर शहर पुलिस स्टेशन में इस मामले को दर्ज कर लिया गया है. पुलिस इस घटना की गहन जांच कर रही है ताकि इसके पीछे के सभी पहलुओं को समझा जा सके. इस घटना ने मानसिक स्वास्थ्य और परिवार के समर्थन के महत्व को एक बार फिर उजागर किया है.