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मणिपुर: भीड़ ने की सीएम के घर को जलाने की कोशिश, पुलिस को चलानी पड़ी गोली

मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है. गुरुवार को उग्र भीड़ ने सीएम बीरेण सिंह के घर पर हमला किया और उसे जलाने की कोशिश की.

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Gyanendra Sharma
मणिपुर: भीड़ ने की सीएम के घर को जलाने की कोशिश, पुलिस को चलानी पड़ी गोली

नई दिल्ली: मणिपुर में हिंसा का दौर जारी है. गुरुवार को उग्र भीड़ ने सीएम बीरेण सिंह के घर पर हमला किया  और उसे जलाने की कोशिश की. सीएम के घर पर उस वक्त कोई नहीं था. प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को हवा में गोली चालानी पड़ी.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इम्फाल के हेनगिंग में मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर हमला करने का प्रयास किया गया. लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें रोक लिया. मणिपुर में दोनों छात्रों की मौत पर छात्रों के हिंसक विरोध प्रदर्शन ने मंगलवार से राज्य की राजधानी को हिलाकर रख दिया है.

गुस्साई भीड़ ने एक बार फिर सीएम बीरेन के घर को निशाना बनाया


इंफाल पूर्व के हिंगिंग इलाके में प्रदर्शनकारी बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के पैतृक घर की ओर मार्च करने के लिए एकत्र हुए. सुरक्षाकर्मियों ने नागरिकों को रोका, जिससे दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई. पुलिस अधिकारी ने कहा, सुरक्षा बलों ने भीड़ को घर से लगभग 100 मीटर दूर रोक दिया.

मंगलवार को इम्फाल में दो मणिपुरी छात्रों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद बड़े पैमाने पर आक्रोश देखा जा रहा है. दोनों छात्र 6 जुलाई से लापता बताए गए थे. दरअसल, बुधवार को गुस्साई भीड़ ने मणिपुर में भारतीय जनता पार्टी के मंडल कार्यालय में भी आग लगा दी. उसी दिन, मणिपुर के कई छात्र संगठनों ने हिंसा प्रभावित मणिपुर में प्रदर्शन किया.

हिंसा प्रभावित मणिपुर

मंगलवार को इम्फाल में दो मैतेई किशोरों के शव सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुआ. जिसके बाद बड़े पैमाने पर आक्रोश देखा गया, मणिपुर सरकार ने इंटरनेट सेवाओं को फिर से अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश दिया. राज्य में 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद से 160 से अधिक लोग मारे गए हैं और कई सौ घायल हुए हैं,  मैतेई राज्य की आबादी का लगभग 53 प्रतिश हैं और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं. नागा और कुकी सहित जनजातियाँ 40 प्रतिशत हैं जो ज्यादातर पहाड़ी जिलों में रहती हैं.