कोलकाता के आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस में पश्चिम बंगाल की सड़कों पर हंगामा मचा हुआ है. पश्चिम बंगा छात्र परिषद के आह्वान पर मंगलवार को एक बड़ी भीड़ कोलकाता की सड़कों पर उतरी. लोगों ने सचिवालय 'नबन्ना भवन' जाने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही उन्हें रोक दिया. इस दौरान सड़क पर पुलिस के वाटर कैनन के आगे डटकर खड़े एक भगवाधारी का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ. अब उस भगवाधारी की पहचान हो गई है. उनकी पहचान बलराम बोस के रूप में हुई है. बलराम का कहना है कि उनके घर में भी बहन-बेटियां हैं इसलिए वह भी सड़क पर उतरे और पुलिस से भी कहा कि गुलामी की बेड़ियां छोड़ दो और साथ चलो.
मंगलवार को नबन्ना अभियान मार्च में शामिल होने के सवाल पर बलराम बोस ने कहा, 'छात्रों ने आंदोलन बुलाया था लेकिन कहा था कि हर घर से एक आदमी को जाना चाहिए. मेरे घर में भी बहन-बेटियां हैं तो हमें उनकी सुरक्षा की चिंता करनी है. अगर समाज सुरक्षित रहे तो नारी का सम्मान होगा. जिस जगह नारी का सम्मान नहीं है, वहां देवता का वास नहीं होता. लड़कियों को सम्मान मिले और समाज अच्छे से चले इसीलिए हम वहां आए.'
#WATCH | Kolkata: Balram Bose, who took part in the 'Nabanna Abhiyan' march yesterday, says, "The agitation was called by students but it was said that one individual from every household should join it. I too have women in my house. So, we should be concerned for their safety.… https://t.co/25ejt95Dd8 pic.twitter.com/trqbGREtGa
— ANI (@ANI) August 28, 2024
अब बलराम बोस ने कहा है, 'जब पानी की बौछार हो रही थी तो मुझे महान कवि अरविंद घोष की बातें याद आईं जो कहते थे कि जो काम करना है या करो या फिर मरो. हमारे आंदोलन का मकसद था कि बात को नबन्ना तक पहुंचाना था. मैं दिखा रहा था कि तानाशाही शासन के सामने मैं गुलामी की बेड़ियां तोड़ने काम कर रहा हूं. मैं पुलिसवालों को भी यही दिखा रहा था कि बेड़ियां तोड़ो और हमारे साथ चलो या फिर इतना पानी फेंको कि हम बह जाएं.'
इस केस में राज्य सरकार की भूमिका पर उन्होंने कहा, 'प्रशासन को देखना चाहिए कि महिलाओं को सुरक्षा देने की जिम्मेदारी उनकी है. प्रतिवाद होगा, इससे प्रशासन को दिखाया जाता है कि तुम गलती कर रहे हो इसे ठीक करो. अगर कोई प्रशासक उसे सकारात्मक तरीके से ले तो उसे सुधार सकता है लेकिन अगर उसे न सुधारना हो तो कुछ नहीं होगा.' उन्होंने यह भी कहा कि वह एक सनातनी और शिव भक्त हैं और अगर सनातनी होना गुनाह है तो वह गुनहगार हैं.