Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने आधार को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि केंद्र सरकार पश्चिम बंगाल में लोगों खासकर राज्य में अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदायों के लोगों के आधार कार्ड डीएक्टिवेट कर रही है. इसी को लेकर CM बनर्जी ने एक आधार शिकायत पोर्टल लॉन्च की, जो आज से काम करना शुरू कर देगा.
पोर्टल का नाम Aadhaar Grievances Portal of Government of WB रखा गया है. जिनके आधार कार्ड निष्क्रिय हुए हैं, वे उस पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. इस संबंध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भी लिखा है. उन्होंने कहा है कि राज्य का हर नागरिक इस मामले को लेकर डर की स्थिति में है.
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री को अपने पत्र में लिखा "यह पता चला है कि नई दिल्ली में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIAI) का हेड क्वॉर्टर बिना किसी जांच के और राज्य सरकार को बताए सीधे लोगों और परिवारों को आधार कार्ड डिएक्टिवेशन लेटर जारी कर रहा है. यह आश्चर्य की बात है कि बिना किसी पूर्व सूचना के सुनवाई का कोई अवसर दिए बिना कार्ड धारकों के आधार कार्ड को निष्क्रिय करने की ऐसी प्रक्रिया गलत है. इस मामले को लेकर राज्य का प्रत्येक नागरिक भय की स्थिति में है. मैं आपसे बिना कारण बताए आधार कार्ड को अचानक निष्क्रिय करने की कार्रवाई के कारणों के बारे में जानना चाहता हूं. क्या यह सिर्फ पात्र लाभार्थियों को लाभ से वंचित करने के लिए है या आगामी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बड़े पैमाने पर लोगों के बीच दहशत की स्थिति पैदा करने के लिए है?"
ममता बनर्जी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा "BJP के नेतृत्व वाला केंद्र सरकार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कल्याणकारी योजनाओं के पात्र लाभार्थियों को वंचित करने की एक भयावह साजिश में शामिल है. मैं पश्चिम बंगाल में विशेष रूप से एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को लक्षित करते हुए आधार कार्डों को लापरवाही से निष्क्रिय करने की कड़ी निंदा करता हूं. बिना किसी पूर्व जांच या राज्य सरकार के साथ परामर्श के आधार कार्डों को निष्क्रिय करने का केंद्र का एकतरफा निर्णय पात्र लाभार्थियों को वंचित करने की एक भयावह साजिश है. राज्य में रहने वाला कोई भी व्यक्ति बंगाल सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकते है भले ही उनके पास आधार कार्ड हो या नहीं"
I vehemently condemn the reckless deactivation of Aadhaar cards, particularly targeting SC, ST and OBC communities in West Bengal.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) February 19, 2024
The Centre's unilateral decision to deactivate Aadhaar cards without any prior investigation or consultation with the State Govt. is a sinister plot… pic.twitter.com/iXttP9Uako
CM बनर्जी ने BJP पर जुबानीहमला बोलते हुए कहा "यह बंगाल है, दिल्ली नहीं. यहां गुंडागर्दी से चुनाव नहीं जीता जा सकता. यहां मीडिया की मदद से सांप्रदायिक मुद्दे नहीं उठाए जा सकते. लोगों को इस पोर्टल का इस्तेमाल करना चाहिए और जिन लोगों के आधार डीएक्टिवेट किए जा रहे हैं वे इस पोर्टल पर बताएं, अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें अलग कार्ड दिए जाएंगे. लोकसभा चुनाव के ऐन वक्त पहले कार्ड निष्क्रिय करना, यह किस तरह की राजनीति का हिस्सा है? यह BJP सरकार की सोची-समझी साजिश है. राज्य में सीएए लागू करने के लिए ऐसा किया जा रहा है.