Maharashtra: महाराष्ट्र के मंत्री आशीष शेलार ने केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को पत्र लिखा है. उन्होंने मांग की है कि महाराष्ट्र के सभी किले, जिनकी देखभाल वर्तमान में सेंट्रल डिपार्टमेंट ऑफ अर्चयोलोग्य (Union Archaeology Department) कर रहा है, उन्हें रखरखाव और संरक्षण के लिए महाराष्ट्र सरकार को सौंप दिया जाए.
केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को संबोधित करते हुए आशीष शेलार ने इन किलों के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व पर जोर दिया जो छत्रपति शिवाजी महाराज की बहादुरी और विरासत के स्थायी प्रतीक हैं.
आशीष शेलार ने कहा, 'ये ऐतिहासिक स्थल पीढ़ियों को प्रेरित करते रहते हैं और महाराष्ट्र के लोगों के लिए गहरा सांस्कृतिक और भावनात्मक मूल्य रखते हैं.' शेलार ने इस बात पर प्रकाश डाला कि महाराष्ट्र के Directorate of Archaeology and Museums के पास इस कार्य को प्रभावी ढंग से करने के लिए आवश्यक विशेषज्ञता और संसाधन हैं, जिसमें लिस्टेड ठेकेदारों और विरासत संरक्षण वास्तुकारों की एक टीम शामिल है.
Maharashtra Minister Ashish Shelar has written a letter to the Union Minister of Culture, Gajendra Singh Shekhawat, and has demanded that all the forts in Maharashtra currently being looked after by the Union archaeology department be handed over to the Maharashtra government for…
— ANI (@ANI) March 25, 2025
महाराष्ट्र में वर्तमान में 54 केंद्रीय संरक्षित और 62 राज्य संरक्षित किले हैं. मंत्री ने राज्य संरक्षित किलों के लिए व्यापक संरक्षण प्रयासों का हवाला देते हुए अपनी विरासत को संरक्षित करने में महाराष्ट्र के सक्रिय रुख को दोहराया. राज्य मंत्रिमंडल ने 18 फरवरी को अपनी बैठक में मराठा-युग के किलों की सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की, उनके विशाल ऐतिहासिक और भावनात्मक महत्व को मान्यता दी.
शेलार ने पेरिस में अंतर्राष्ट्रीय स्मारक और स्थल परिषद (ICOMOS) में एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने की महाराष्ट्र की हालिया पहल का भी उल्लेख किया. इस प्रतिनिधिमंडल ने 'भारत का मराठा सैन्य परिदृश्य' विषय के अंतर्गत 12 ऐतिहासिक किलों के लिए UNESCO World Heritage Site का दर्जा प्राप्त करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया. जिसमें रायगढ़, राजगढ़, प्रतापगढ़, पन्हाला, शिवनेरी, लोहागढ़, सलहेर, सिंधुदुर्ग, सुवर्णदुर्ग, विजयदुर्ग, खंडेरी किला और तमिलनाडु में जिंजी किला शामिल है.