Lok Sabha Elections 2024 : बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए शनिवार को 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. पहली लिस्ट में बीजेपी ने कई पुराने सांसदों के टिकट काट दिए और उनकी जगह पर नए उम्मीदवारों को मौका दिया. मध्य प्रदेश के भोपाल से साध्वी प्रज्ञा राजस्थान के चुरू राहुल कस्वां और भरतपुर से रंजीता कोली का टिकट कट दिया गया.
दिल्ली के पांच में से चार उम्मीदवारों ने सबसे ज्यादा चौंकाया, क्योंकि चार सीटों पर मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया गया. इसके अलावा भोपाल की सांसद साध्वी प्रज्ञा का बीजेपी ने टिकट काट दिया.
पश्चिमी दिल्ली से प्रवेश वर्मा, चांदनी चौक से डॉ. हर्षवर्धन, नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी और दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी का बीजेपी ने टिकट काट दिया है. वहीं भोपाल से साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को टिकट नहीं दिया गया. राजस्थान के चूरू से राहुल कस्वां और भरतपुर से रंजीता कोली पर पार्टी ने इस बार भरोसा नहीं जताया. अलीपुरद्वार से केंद्रीय मंत्री जान बारला को टिकट नहीं दिया गया.
उत्तर प्रदेश में 51 सीटों पर बीजेपी ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. पहली सूची में भाजपा ने लखीमपुर खीरी से एक बार फिर अजय मिश्रा टेनी को टिकट दिया है. इसके बाद किसानों ने रोष जताया है. किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि केंद्र सरकार ने हमारे जले पर नमक छिड़का है.
अजय मिश्रा टेनी को टिकट देने को लेकर कहा जा रहा है कि किसानों की कथित हत्या के मामले में अजय मिश्रा टेनी सीधे तौर से शामिल नहीं थे. उनके बेटे पर आरोप लगा तो बेटा जेल की सजा काट रहा है, वहीं राजनीतिक जानकारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश में जातिगत समीकरण को साधने और ब्राम्हाण वोटों पर पकड़ बनाए रखने के लिए अजय मिश्रा टेनी को टिकट दी गई है.
बीजेपी नेता और भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर और बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी दोनों ही विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. इन दोनों नेताओं के विवादित बयान को लेकर कई बार बीजेपी बुरी तरीके से फंसी है, जिसके बाद पार्टी को मामले में सफाई देनी पड़ी है. इसलिए विवादित नेताओं से बूजेपी ने दूरू बनाने के लिए उनकी टिकट काट दी है.
लखीमपुर खीरी के तिकुनिया थाना क्षेत्र में 3 अक्टूबर 2021 को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान विरोध कर रहे थे. साथ ही मंत्री अजय मिश्रा के खिलाफ प्रदर्शन भी कर रहे थे. उसी दिन गांव में दंगल का आयोजित किया गया था, जिसमें यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री अजय मिश्रा टेनी मौजूद थे.
आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू के इशारे पर थार जीप से प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल दिया गया था. घटना में चार किसान की मौत हो गई थी, जबकि कुछ अन्य किसान घायल हो गए थे. घटना के बाद भड़की हिंसा में कुल 8 लोगों की मौत हो गई थी. आशीष की थार चला रहे ड्राइवर को भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला था.