menu-icon
India Daily
share--v1

Lok Sabha Elections 2024: गांधी या गोडसे में किसे चुनेंगे? BJP में शामिल HC के पूर्व जज बोले- सोचने के लिए समय चाहिए

Lok Sabha Elections 2024: कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय से एक सवाल पूछा गया कि गांधी या फिर गोडसे में से किसे चुनना पसंद करेंगे, तो उन्होंने जवाब दिया कि इसके लिए सोचना पड़ेगा.

auth-image
India Daily Live
Former judge Abhijit Gangopadhyay

Lok Sabha Elections 2024: कलकत्ता हाई कोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय एक बार फिर चर्चा में हैं. गुरुवार को भाजपा में शामिल होने के बाद शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया गया उनका जवाब सोशल मीडिया पर वायरल है. एक टीवी एंकर ने उनसे महात्मा गांधी और नाथूराम गोडसे के बीच किसी एक को चुनने के बारे में सवाल पूछा, जिसके बाद उन्होंने कहा कि उन्हें इसके बारे में सोचने की जरूरत है.

एक बंगाली न्यूज चैनल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान, गंगोपाध्याय को 'गांधी और गोडसे' के बीच चयन करने के लिए कहा गया था. सवाल सुनने के बाद गंगोपाध्याय ने गहरी सांस ली और कहा कि मैं अब इसका उत्तर नहीं दूंगा. मुझे इस पर विचार करने की जरूरत है. 

एक अन्य सवाल के जवाब में वामपंथ के साथ अपने परिवार के लंबे संबंधों का जिक्र करते हुए गंगोपाध्याय ने कहा कि उन्होंने नौकरी मांगी थी, लेकिन दूसरों को मिल गई, लेकिन उन्हें नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने सीपीएम को 'नारों और हठधर्मिता' की पार्टी करार दिया.

टीएमसी ने जवाब के लिए गंगोपाध्याय पर साधा निशाना

भाजपा में शामिल हुए गंगोपाध्याय के इन दोनों जवाबों से सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है. उनके जवाब के बाद टीएमसी के सीनियर नेताओं ने उनपर तीखा हमला बोला. टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने कहा कि एक आदमी जो चार दिन पहले तक हाई कोर्ट का जज था, वह गांधी और गोडसे के बीच फैसला नहीं कर सकता. कल्पना कीजिए कि इस आदमी ने अदालत में कैसे फैसले सुनाए होंगे और उसकी मानसिकता क्या रही होगी?

गंगोपाध्याय का नाम नंदीग्राम में तामलुक से भाजपा के संभावित लोकसभा उम्मीदवार के रूप में सामने आया है. स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने नंदीग्राम 2 ब्लॉक के हरिपुर क्षेत्र में पार्टी के तमलुक उम्मीदवार के रूप में गंगोपाध्याय के लिए समर्थन जुटाना शुरू कर दिया है. नंदीग्राम राज्य के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी का विधानसभा क्षेत्र है और इस ब्लॉक में भाजपा का काफी समर्थन है.